सिटी पोस्ट लाइव : बिहार कैडर के 2003 बैच के IPS अधिकारी विकास वैभव ने होमगार्ड एंड फायर सर्विसेज की डीजी शोभा अहोतकर पर गाली देने का आरोप लगाया है. विकास वैभव ने इस घटना के बाद दो महीने की छुट्टी पर जाने का आवेदन दिया, जिसे डीजी ने रद्द कर गृह विभाग को भेज दिया है. गौरतलब है कि हाल के दिनों में बिहार में राजनीतिक अस्थिरता की खबरों के बीच प्रशासनिक अमले में अधिकारियों के बीच खटपट की यह तीसरी घटना है.
कुछ दिन पहले ही मद्य निषेध विभाग के प्रधान सचिव केके पाठक का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें पाठक विभागीय मीटिंग में डिप्टी कलेक्टर को गालियां देते नजर आए थे. इस घटना के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जांच के आदेश दिए थे. जांच अभी चल ही रही थी कि एक और मामला सामने आ गया. इससे पहले साल 2022 में भी बिहार के कैडर के दो आईपीएस अधिकारियों की लड़ाई की जांच चल रही है. आईपीएस अधिकारी अमित लोढ़ा और आदित्य कुमार के बीच झगड़े से उस समय बिहार सरकार को काफी बदनामी झेलनी पड़ी थी.
विकास वैभव ने अपने ट्वीट और फेसबुक पोस्ट में डीजी के बारे में लिखा, ‘मुझे आईजी होमगार्ड एंड फायर सर्विसेज का दायित्व दिनांक 18. 10.2022 अक्टूबर 2022 को दिया गया था और तब से सभी नव दायित्वों के निर्वहन हेतु हरसंभव प्रयास कर रहा हूं. प्रतिदिन तब से अनावश्यक ही डीजी मैडम के मुख से गालियां ही सुन रहा हूं. (recorded too)! परंतु यात्री मन आज वास्तव में द्रवित है.’गौरतलब है कि विकास वैभव को बिहार में सम्मानजनक नजरों से देखा जाता है, खासकर युवाओं के बीच विकास वैभव एक आइडियल के तौर पर देखे जाते रहे हैं. इस घटना के बाद उनके ट्वीट के स्क्रीनशॉट तेजी से वायरल होने लगे.
विकास वैभव द्वारा लगाए गए आरोप के बाद शोभा अहोतकर की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, क्योंकि विकास वैभव की छवि एक सभ्य और ईमानदार अधिकारी की है. आईआईटी कानपुर से इंजीनियरिंग में पोस्ट ग्रैजुएट हैं और इनकी शालीनता के चर्चे यूपीएससी की तैयारी करने वाले छात्रों और अधिकारियों के बीच में भी है. डीजी पर गाली देने का आरोप लगाते हुए भी शालीनता नहीं छोड़ी और जिस शब्द का चयन किया उसकी चर्चा हो रही है. बिहार के सबसे एक्टिव आईपीएस अफसरों में शामिल विकास वैभव ने सासाराम के रोहतास फोर्ट से नक्सलियों को भगाकर वहां पहली बार तिरंगा फहराया था. साल 2015 में पटना के एसएसपी रहते हुए बाहुबली विधायक अनंत सिंह को गिरफ्तार किया था.
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