PFI के फुलवारी शरीफ मॉड्यूल मामले में NIA को बड़ी सफलता.

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राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के फुलवारीशरीफ मॉड्यूल मामले में सातवीं गिरफ्तारी की है। एनआइए ने लगातार तीसरे दिन कार्रवाई करते हुए मोतिहारी के जितौरा गांव से इरशाद उर्फ मो. बेलाल को गिरफ्तार किया है।
सिटी पोस्ट लाइव : एनआईए लगातार पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के खिलाफ कारवाई कर रहा है.NIA ने फुलवारीशरीफ मॉड्यूल मामले में सातवीं गिरफ्तारी की है. एनआइए ने लगातार तीसरे दिन कार्रवाई करते हुए मोतिहारी के जितौरा गांव से इरशाद उर्फ मो. बेलाल को गिरफ्तार किया है. एनआईए के अनुसार, इरशाद पीएफआई की सांप्रदायिक नफरत और दुश्मनी फैलाने की साजिश में शामिल रहा है. जुलाई में पटना फुलवारीशरीफ के अहमद पैलेस में छापेमारी के बाद जिस देश विरोधी साजिश का पर्दाफाश हुआ था, इरशाद उसमें शामिल रहा है. उसने फुलवारीशरीफ में फिजिकल ट्रेनिंग के नाम पर चलाए जा रहे पीएफआई के प्रशिक्षण कैंप में ट्रेनिंग भी ली थी.

इरशाद की निशानदेही पर एनआइए ने मुजफ्फरपुर के परसौनी गांव में गुप्त ठिकाने पर छापेमारी का पीएफआई का छपा हुआ बैनर और दो लोहे की तलवारें बरामद की हैं. एनआईए के अनुसार, इस मामले में कार्रवाई और जांच लगातार जारी है. लेकिन अभीतक इंटरनेट पर भड़काऊ पोस्ट कर सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की साजिश रचने वाला याकूब एनआइए की गिरफ्त से बाहर है. बिहार पुलिस के साथ एनआईए की टीम उसकी तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है. इसके पहले एनआईए ने मेहसी से जिन दो अभियुक्तों मो. तनवीर रजा उर्फ बरकती और आबिद उर्फ आर्यन को गिरफ्तार किया है. उसके साथ मिलकर याकूब इस साजिश पर काम कर रहा था.

NIA के अनुसार गिरफ्तार दोनों युवकों ने याकूब को हथियार और गोला-बारूद भी उपलब्ध करवाया था.याकूब पीएफआई का प्रशिक्षण सत्र भी आयोजित कर रहा था.फुलवारीशरीफ मामले में छह लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. दो दिन पहले पूर्वी चंपारण से पकड़े गए तनवीर और आबिद के अलावा जुलाई में पटना और लखनऊ में छापेमारी कर चार आरोपियों को पकड़ा गया था. इनमें अतहर परवेज, मो जलालुद्दीन खान, नूरुद्दीन जंगी और अरमान मलिक शामिल है. एनआइए ने पिछले माह ही पटना की एक विशेष एनआइए अदालत में इन चारों अभियुक्तों के विरुद्ध चार्जशीट दाखिल की है.

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