सिटी पोस्ट लाइव : रामचरितमानस को नफ़रत फैलानेवाला ग्रन्थ बतानेवाले बिहार के शिक्षा मंत्री डॉ. चंद्रशेखर का एक वीडियो वायरल है.इस विडियो में शिक्षा मंत्री और RJD के वरिष्ठ नेता उदय नारायण चौधरी के बीच बात हो रही है.विडियो में सावधानी से धार्मिक मामलों को मुद्दा बनाने के बारे में सलाह दे रहे हैं. सिटी पोस्ट लाइव इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.इस वीडियो में कहा जा रहा है कि धार्मिक विषय को मुद्दा बनाने में सावधानी की जरूरत होती है. हम राम की आलोचना नहीं करें, लोगों को बताएं कि राम ने शबरी के जूठे बेर खाए थे. इसका मतलब उनका यह संदेश है कि जात-पात खत्म करो. यह बेड़ा गर्क कर देगा.
दूसरी तरफ शबरी के बेटा जीतनराम मांझी जब मुख्यमंत्री की हैसियत से मधुबनी जिले के एक मंदिर में गए थे तो उनके निकलने के बाद पाखंडियों ने उस मंदिर को गंगा जल से धोया. उस समय धर्माचार्य कहां गए थे. रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति की हैसियत से सपत्नीक जगन्नाथ मंदिर में गए थे, उन्हें रोका गया. वे जाति बनाकर रखना चाहते हैं. हमको अछूत बनाकर रखना चाहते हैं. वीडियो में आगे कहा कि वो हमसे चंदा और वोट लेना चाहते हैं. हम यह सब नहीं चलने देंगे, वे धर्म के मामले में हार्ड लाइन न लेने की सलाह देते हैं, क्योंकि हिन्दू समाज की आस्था का सवाल है.
वीडियो में शिक्षा मंत्री ये खाते नजर आ रहे है कि हम 10 फरवरी के बाद अभियान से जुड़ेंगे, क्योंकि छह फरवरी को उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और 10 फरवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मधेपुरा जा रहे हैं. उन्हें इनके कार्यक्रम के लिए लाख-डेढ़ लाख लोगों को जुटाना है. दावे के अनुसार, यह बातचीत तीन दिन पहले हुई, जब उदय नारायण चौधरी जमुई जिले के सिमुलतला में कार्यकर्ताओं से मिलने गए थे. उन्होंने किसी काम के लिए शिक्षा मंत्री को फोन किया था. स्पीकर ऑन करके इसलिए रखा गया था, ताकि आसपास खड़े लोग बातचीत सुन सकें, लेकिन उसी समय किसी ने इसका वीडियो बना लिया.
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