सिटी पोस्ट लाइव :बिहार के लोगों को 26 जनवरी के बाद ठंड से तो राहत मिल जायेगी लेकिन प्रदूषण से कब मुक्ति मिलेगी कह पाना मुश्किल है.बढ़ते प्रदुषण ने चिंता बढ़ा दी है.राजधानी पटना की बात कौन करे सुदूर देहाती ईलाकों की हवा भी जहरीली हो गई है.गुरुवार को राज्य के 17 शहरों में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 300 के पार रिकॉर्ड किया गया. बेतिया, कटिहार और सिवान में तो प्रदूषण की मात्रा 400 से भी ऊपर चला गया.
पिछले सप्ताह प्रदूषण की स्थिति में काफी सुधार हुआ था, लेकिन फिर मौसम में बदलाव आने से स्थिति काफी खराब हो गई है. बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष प्रो. अशोक कुमार घोष का कहना है कि वर्तमान में प्रदूषण की स्थिति हवा की गति पर निर्भर है. अगर वातावरण में हवा की गति तेज होती है तो प्रदूषण की मात्रा में कमी रिकॉर्ड की जा रही है. हवा की गति धीमी हो रही है, तो उसके बाद स्थिति खराब हो जा रही है. उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में हवा की गति में तेजी आने से प्रदेश के प्रदूषण में सुधार होगा.
प्रदूषण के कारण एलर्जी की समस्या तेजी से बढ़ रही है. एलर्जी के कारण ही बार-बार सर्दी-खांसी की समस्या हो रही है.दम फूलने और सांस लेने में परेशानी की समस्या भी लोगों में देखी जा रही है. पीएमसीएच के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. राकेश कुमार शर्मा का कहना है कि बच्चों में भी एलर्जी की समस्या देखी जा रही है. बच्चों में हांफने की समस्या तेजी से बढ़ रही है.आजकल पैदा होनेवाले ज्यादातर बच्चों को सांस की बीमारी हो रही है.