सिटी पोस्ट लाइव : JDU संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा लगातार जिस तरह के बयान दे रहे हैं और नीतीश कुमार समेत सहयोगी दल RJD पर निशाना साध रहे हैं उससे साफ़ है कि वो अपनी पार्टी में अपनी वर्तमान भूमिका से संतुष्ट नहीं हैं, उन्होंने माना कि उनकी पार्टी प्रतिदिन कमजोर हो रही है.वो कुछ नहीं नहीं कर पा रहे हैं.उन्होंने कहा कि पार्टी को मजबूत करने का प्रयास किया जाना चाहिए. मालूम हो कि कुढ़नी उप चुनाव में JDU की हार के समय ही कुशवाहा ने JDU की कमजोरियों और उसके गलत फैसलों की तरफ ध्यान दिलाया था.उन्होंने कहा था कि लोग हमारे सोच के अनुसार नहीं चल रहे हैं.
एक सवाल के जवाब में कुशवाहा ने कहा कि वे निर्णय लेने की प्रक्रिया में शामिल नहीं हैं. अगर इसमें शामिल होते तो कुछ सलाह दे सकते थे. हमारे लोगों की कुछ अपेक्षा है. इन्हें निर्णय लेने की प्रक्रिया में शामिल होने के बाद ही पूरी की जा सकती है. उन्होंने कहा कि वह अपनी जाति के लोगों के लाभ की बात नहीं कर रहे हैं. दलित-शोषित आबादी के विकास की बात कर रहे हैं. इस समय वे पवेलियन में बैठा महसूस कर रहे हैं. मैदान में खेलने के लिए बुलावे का इंतजार कर रहे हैं.लेकिन भरोसा है कि शीर्ष नेतृत्व उनकी भूमिका बढ़ाएगा. वह इस निर्णय की प्रतीक्षा करेंगे.
कुशवाहा ने इशारे में एकबार फिर से RJD के प्रति भी अपनी नाराजगी का इजहार करते हुए कहा कि पूर्व कृषि मंत्री और शिक्षा मंत्री डा. चंद्रशेखर जैसे RJD के लोग BJP के एजेंडे पर काम कर रहे हैं. संकेत में यह भी कहा कि सीबीआई जांच में फंसे लालू प्रसाद के परिवार को BJP के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार से मदद की उम्मीद हो सकती है.RJD के कुछ नेताओं को BJP से राहत मिल सकती है.उनका ईशारा सीधे जॉब के बदले नौकरी देने के मामले में फंसे लालू यादव की तरफ था.
उपेन्द्र कुशवाहा ने RJD विधायक सुधाकर सिंह के नीतीश विरोधी बयान को उदाहरण के रूप में पेश करते हुए कहा कि लोगों का ऐसा भी आरोप है कि BJP को लाभ पहुंचाने के लिए RJD के नेता नीतीश की आलोचना कर रहे हैं. सुधाकर के खिलाफ अब तक कार्रवाई न होने से इस तरह के आरोप को बल मिलता है क्योंकि तेजस्वी भी मान रहे हैं कि सुधाकर का बयान BJP के एजेंडा का हिस्सा है.उन्होंने यहाँ तक कह दिया कि अगर सुधाकर सिंह और शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के खिलाफ कारवाई नहीं होती है तो इसका मतलब साफ़ है कि उन्हें पार्टी का शाह प्राप्त है.