सिटी पोस्ट लाइव : एक जमाने में नॉएडा के सबसे प्रतिष्ठित बिल्डर अनिल शर्मा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं.पटना हाईकोर्ट से निर्देश मिलने के बाद सीबीआई ने आम्रपाली ग्रुप के प्रबंध निदेशक अनिल शर्मा के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है. बालिका विद्यापीठ लखीसराय के तत्कालीन सचिव डा. शरद चंद की हत्या 2 अगस्त 2014 को कर दी गई थी.CBI ने आम्रपाली ग्रुप के प्रबंध निदेशक समेत अन्य लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है.
पटना हाईकोर्ट ने 9 वर्ष पुराने हत्या से जुड़े मामले की सुनवाई करते हुए सीबीआइ को इसकी जांच के निर्देश दिए थे. मामला लखीसराय बालिका विद्यापीठ की जमीन प्रकरण से जुड़ा है. सीबीआइ ने मामला दर्ज करने के साथ ही सीबीआइ पटना के इंस्पेक्टर गौतम कुमार अंशु को जांच पदाधिकारी नियुक्त करते हुए जांच शुरू कर दी है.2 अगस्त 2014 के दिन बालिका विद्यापीठ के तत्कालीन सचिव डा. शरद चंद की हत्या उस वक्त कर दी गई थी जब वे अपने घर के बाहरी हिस्से में बने बरामदे में बैठकर सुबह समाचार पत्र पढ़ रहे थे.इस मामले में आम्रपाली ग्रुप के प्रबंध निदेशक अनिल शर्मा, डा. प्रवीण सिन्हा, डा. श्याम सुंदर सिंह, राजेंद्र सिंघानिया, अनिता सिंह, शंभूशरण सिंह, राधेश्याम व दो अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.
बालिका विद्यापीठ लखीसराय का विवाद चंद की हत्या के पहले साल 2009 से चल रहा था. प्राथमिकी के अनुसार 2009 में तत्कालीन सचिव डा. शरद चंद को आरोपियों ने साजिश कर सचिव के पद से हटा दिया था. इन सभी की मंशा बालिका विद्यापीठ की जमीन हथियाने की थी. जिसका शरद चंद विरोध कर रहे थे.आरोप है कि डा. प्रवीण और शंभू शरण सिंह ने एक निजी बैंक एकाउंट खोल लिया था और इसी में पीठ का पैसा ले रहे थे. जिसके खिलाफ चंद ने मामला भी दर्ज कराया था. हत्या के पूर्व भी शरद चंद को रास्ते से हटाने के लिए इन पर फायरिंग की गई थी. पुलिस जांच में समुचित न्याय न मिलता देख शरद चंद की पत्नी उषा शर्मा ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था.