होम्योपैथिक दवा से बनी थी जहरीली शराब.

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सिटी पोस्ट लाइव : सारण में जहरीली शराब से 78 लोगों की मौत के मामले में  शुक्रवार को पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है.जहरीली शराब कांड मामले में मास्टरमाइंड डॉक्टर की संलिप्तता सामने आई है, जोकि होम्योपैथिक दवाओं से शराब बनाता था और उसे सहयोगी और वेंडरों के माध्यम से जिले के कोने-कोने तक पहुंचाता था.सारण एसपी संतोष कुमार के अनुसार जहरीली शराब बनाने में होम्योपैथिक दवा का उपयोग किया गया था. एक प्रैक्टिशनर डॉक्टर ने दवा सप्लाई की है.पुलिस ने डॉक्टर समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. प्रशासन के अनुसार अब तक इस कांड में 38 ही लोगों की मौत हुई है.जिनका विसरा जांच के लिए भेजा गया है.

जहरीली शराब को ब्रांडेड लेबल बनाकर  बोतल में अंग्रेजी शराब के रूप में बेचा जाता था. पुलिस के अनुसार सीवान में हुई जहरीली शराब से मौतों का जिम्मेदार भी यही डॉक्टर है.एसपी के अनुसार सारण के इसुआपुर थाना अंतर्गत डोइला गांव में छापेमारी कर शराब बनाने में प्रयोग किए गए भारी मात्रा में 450 एमएल के होमियोपैथिक दवाओं के बोतल बरामद किए गए हैं.डॉक्टर समेत पांच की गिरफ्तारी की गई है. इससे पूर्व भी इस मामले में 9 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. छपरा के उत्पाद अधीक्षक रजनीश कुमार ने कहा कि यह प्रायोजित तरीके से किया गया है.

एसपी ने बताया कि जहरीली शराब कांड का मास्टरमाइंड जलालपुर के नूननगर काही गांव निवासी राजेश सिंह है. इसमें इसुआपुर के डोइला गांव निवासी संजय महतो, अर्जुन महतो, मढ़ौरा के तकिना गांव निवासी शैलेंद्र राय एवं खैरा के धूप नगर धोबवल गांव निवासी सोनू कुमार गिरी भी शामिल हैं.राजेश सिंह हरियाणा में होम्योपैथी क्लीनिक चलाता था. वहां उसको होम्योपैथी दवा और अन्य रसायन मिलाकर शराब बनाने की जानकारी हो गई. वह छपरा में वर्षों से शराब का धंधा कर रहा था.

सारण में हर घंटे जहरीली शराब से मौत का आंकड़ा एक-एक कर बढ़ता जा रहा है. अब तक 78 लोगों की जान जा चुकी है. बताया जा रहा है कि मशरख और इसुआपुर इलाके में देसी शराब की बड़ी खेप पहुंची थी. जिसे 50 से ज्यादा लोगों ने पिया था. 20 से ज्यादा लोग अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं. सभी की हालत गंभीर बताई जा रही है. सभी ने 20-20 रुपए में देसी शराब के पाउच खरीदकर पिए थे.

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