सिटी पोस्ट लाइव :कोरोना से चीन में मची तबाही के बीच अब भारत में भी इससे लड़ने की तैयारी शुरू हो गई है.केंद्र सरकार द्वारा एडवाइजरी जारी करने के बाद अब हर राज्य में इससे लड़ने की तैयारी शुरू हो गई है.बिहार में सबसे ज्यादा खतरा है क्योंकि दिसंबर महीने में वहां दलाईलामा पहुँच रहे हैं.उनके लाखों भक्त देश दुनिया के कोने कोने से पहुँच रहे हैं.बिहार सरकार अलर्ट है.बोध गया के साथ साथ पुरे राज्य में चौकसी बढ़ा दी गई है. पहली गाइडलाइन पटना के लिए जारी हुई है. यहां सर्दी खांसी और सांस फूलने की शिकायत वाले मरीजों को अब इलाज से पहले कोरोना की जांच करानी होगी.सरकार की तैयारी के बीच पटना जिले के सभी अस्पतालों को गाइडलाइन जारी कर दिया गया है. इस तुरंत ही लागू कर दिया गया है. स्वास्थ्य विभाग ने आने वाले दिनों में कोरोना को लेकर सख्ती बढ़ाने का संकेत दिए है.
चीन में कोरोना के नए वैरिएंट में संक्रमण की क्षमता काफी अधिक है.आने वाले वाले दिनों में भारत में नए वैरिएंट की दस्तक हुई तो संक्रमण दर काफी अधिक होगी. चीन में बिगड़ते हालात को देखते हुए केंद्र सरकार ने मंगलवार को एडवाइजरी जारी की थी, इसके बाद बिहार में स्वास्थ्य विभाग में मंथन हो रहा है. सीएम नीतीश कुमार ने भी कोरोना को लेकर अलर्ट होने की बात कही है, इसके लिए जांच की संख्या बढ़ाने के साथ वैक्सीनेशन की रफ्तार तेज की जा रही है.समीक्षा के दौरान यह तय किया गया है कि कोरोना को शुरुआती दौर में ही कंट्रोल करना है. इसके लिए संदिग्ध मरीजों की जांच कराना आवश्यक है. बिहार में चल रही तैयारी में पहली कड़ी में सर्दी खांसी और बुखार के साथ सांस फूलने वाले मरीजों की जांच को लेकर गाइडलाइन जारी कर दी गई है.
कोरोना को लेकर सबसे पहले राजधानी पटना में अलर्ट जारी किया गया है. सिविल सर्जन सह पटना के जिला स्वास्थ्य समिति के सचिव और जिला कार्यक्रम प्रबंधक ने संयुक्त आदेश जारी कर जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में जांच की नई गाइडलाइन लागू करने को कहा है. पटना के सभी अनुमंडलीय एवं शहरी अस्पताल के साथ रेफरल अस्पताल और शहरी व ग्रामीण के शहरी व ग्रामीण अस्पताल में कोरोना की जांच को लेकर अलर्ट किया है. आदेश में कहा गया है कि सर्दी-खांसी और बुखार के साथ सांस फूलने वाले मरीजों की कोरोना जांच कराई जाए.जांच के दौरान जो मरीज पॉजिटिव पाए जाएंगे उनसे जुड़ी जानकारी भी विभाग को समय से भेजना है। इसके बाद मरीजों से जुड़ी पूरी जानकारी को भी साझा करना है. अगर कोई मरीज बाहर से आया है, उसकी विशेष रूप से निगरानी की जाएगी.
पटना कोरोना की गाइडलाइन को लेकर सबसे पहले आदेश जारी करने वाला जिला है. कोरोना की जांच को लेकर निर्देश दिया गया है कि ARI और ILI से ग्रसित मरीजों की हर हालत में जांच कराई जाए. इसमें ऐसे मरीज आते हैं जिन्हें सर्दी खांसी के साथ बुखार और सांस में तकलीफ हो। कोविड जांच को पूरी तरह सुनिश्चित कराने को लेकर आदेश में कहा गया है . ओपीडी में आने वाले मरीजों में अगर सांस फूलन, सर्दी, बुखार और खांसी है तो उनकी जांच करानी होगी.जांच के बाद इसके लिए एक फार्मेट सभी हॉस्पिटल को भेजा गया है.