बिहार में जारी है जहरीली शराब का उत्पादन.

City Post Live

Bihar Hooch Tragedy:
सीटी पोस्ट लाइव :बिहार में पहलीबार जहरीली शराब से एकसाथ 55 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है.जहरीली शराब से हुई मौतों को लेकर सियासी घमाशान मचा हुआ है.लेकिन शराब माफिया बिलकुल बेख़ौफ़ हैं. शराब माफिया पुलिस को खुली चुनौती देते नजर आ रहे हैं.छपरा में हुई जहरीली शराबकांड के बाद गोपालगंज जिले में बड़ी मात्र में शराब पकड़ी गई है.उत्पाद विभाग और पुलिस की कारवाई के दौरान गोपालगंज में शराब भट्ठियां सामने आई हैं.

गंडक नदी का दुर्गम दियरा इलाके में दूर-दूर तक रेतीले जमीन और सिर्फ पानी है. इन सबके बीच यहां शराब तस्करों की भट्ठियां सुलग रही हैं. शराब तस्करों का ये ईलाका इतना दुर्गम क्षेत्र में है कि पुलिस और उत्पाद टीम को ढूंढ पाना आसान नहीं है, लेकिन मध निषेध विभाग के ड्रोन, डॉग स्क्वायर टीम और ब्रेथ एनालाइजर मशीन ने शराब तस्करों के इन भट्ठियों को ढूंढ निकाला. गोपालगंज के बैकुंठपुर थाने के आशा खैरा और विजयपुर के मुसहर टोली गांव में देसी भट्ठियां चलाई जा रही हैं. उत्पाद विभाग की टीम ने इन शराब की भट्ठियों को ध्वस्त कर आग लगा दी. चार हजार लीटर अर्धनिर्मित शराब को नष्ट कर दिया.

डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी के अनुसार शराब बंदी कानून की सफलता के लिए सभी अधिकारियों के साथ बैठक की गई है. शराब तस्करी को रोकने के लिए जीविका दीदी, आशा वर्कर, कार्यपालक सहायक, जन वितरण प्रणाली के दुकानदार, समेत पंचायत प्रतिनिधियों को लगाया गया है. साथ ही लोगों से अपील की गई है कि शराब से संबंधित सूचना दें, जिस पर तत्काल कार्रवाई की जा सके.उत्पाद अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि गंडक नदी का जलस्तर घटने के बाद इन इलाकों में शराब तस्करों ने ठिकाना बनाना शुरू कर दिया है, इसलिए उत्पाद विभाग और स्थानीय थानों की पुलिस ड्रोन की मदद से दियारा इलाके में लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है.

उत्पाद टीम को सर्च ऑपरेशन के दौरान सफलता भी मिल रही है.गंडक नदी के दियारा इलाके में उत्पाद विभाग की छापेमारी अभियान से चुलाई और देसी शराब बनाने वाले माफियाओं में हड़कंप मचा है. वहीं, पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम शराब धंधेबाजों के मंसूबों को नाकाम कर रही है. उम्मीद की जा रही है कि अब इस इलाके में शराब तस्करी पर लगाम लगेगी.

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