JNU विवाद पर वायरल है भोजपुरी सिंगर का गाना.

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सिटी पोस्ट लाइव : दिल्ली में JNU की दीवारों पर ब्राह्मण बनिया भारत छोड़ो लिखे जाने को लेकर देश भर में बवाल मचने वाला है.भोजपुरी सिंगर रितेश पांडेय ने ब्राहमणों का विरोध करनेवालों को जबाब देने के लिए एक गाना गाया है जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. जवाहरलाल नेहरू नेशनल यूनिवर्सिटी (JNU) के कैंपस की दीवारों पर ब्राह्मणों और बनियों के खिलाफ नारे लिखे मिले हैं. स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज की दीवारों पर लाल रंग से ब्राह्मणों कैंपस छोड़ो; ब्राह्मणों-बनियों हम तुम्हारे लिए आ रहे हैं, तुम्हें बख्शा नहीं जाएगा; शाखा लौट जाओ… जैसी धमकियां लिखी हैं.

गाने के बोल काफी उत्तेजक हैं, जिससे एक नया विवाद पैदा हो सकता है. गाने में रितेश पांडेय बोले रहे हैं हल्का में मत ले बाभन के बर्बाद क देब…जउना हाथे से कराई ल बियाह…वही से श्राद्ध क देब।फूट डालकर राजनीति करने वालों को भारत विरोधी बताकर हिंदू जातियों के समर्थन में आए रितेश के गाने को खूब व्यूज मिल रहे हैं. रिलीज के साथ ही गाना यू ट्यूब के मिलियन व्यूज क्लब की कैटेगरी में शामिल हो गया है.भोजपुरी सुपर स्टार रितेश पांडेय का “ब्राह्मण” गाना रविवार को यू ट्यूब पर आदिशक्ति फिल्मस चैनल पर रिलीज हुआ. भोजपुरी सिंगर रितेश पांडेय के स्वर और अभिनीत गाने के डायरेक्टर रवि पंडित हैं. पवन पांडेय और यादव लालू के लिखे गाने को श्याम सुंदर के संगीत से काफी उत्तेजक बनाया गया है.

गाने के बीच में स्वाहा स्वाहा भी इसे और उत्तेजक बना रहा है.परशुराम की भूमिका में उत्तेजक अंदाज में रितेश पांडेय का अभिनय भी JNU के विवाद में जवाब वाला मूड दिखा रहा है. गाना के शुरुआत में भी दो पक्षों को आपस में टकराते हुए दिखाया गया है, एक पक्ष काले कपड़े में है, वहीं दूसरे पक्ष के लोग सफेद और केसरिया कपड़ों में दिख रहे हैं.गाने के बीच बीच में रितेश पांडेय हवन बेदी पर हवन करते भी नजर आ रहे हैं. कभी हवन कर तो कभी शंख बजाकर आरती करते हुए वह गाने को और उत्तेजक बनाने का प्रयास कर रहे हैं. गाना में दूसरे पक्ष को टकराव के बाद भागते हुए भी दिखाया गया है.
गाने के शुरुआत में रितेश पांडेय की आवाज में बोल है JNU की दीवारों ब्राहमण बनिया भारत छोड़ों लिखने वाले अधर्मियों… अब वह टाइम गया जब तुम हममें फूट डालकर हम पर राज किया करते थे. अब सुनो… ब्राह्मण हिंदुत्व की आत्मा है, क्षत्रिय हिंदुत्व का शान, वैश्य हिंदुत्व का वैभव है, दलित हिंदुत्व का स्वाभिमान… जय दाता परशुराम… गाना में “हल्का में मत ले बाभन के बर्बाद क देब, जउना हाथे से कराई ल बियाह, वही से श्राद्ध क देब” को कई बार रिपीट किया गया है.

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