सिटी पोस्ट लाइव :बिहार की जेलों से अक्सर मोबाइल फोन वरामद होता रहता है.मोबाइल के करिए कैसे अपराधी जेल से अपने क्राइम नेटवर्क को ऑपरेट कर रहे हैं,उसका खुलासा हुआ है.गुरुवार को पटना पुलिस ने खुलासा किया है कि जेल में बन्द अपराधी रवि गुप्ता ने रियल स्टेट का काम करने वाले सुनील यादव की हत्या की प्लानिंग की थी. इसके लिए 20 लाख की सुपारी अपराधियों को दी गई थी.रवि गुप्ता से साढ़े 3 करोड़ की रंगदारी की मांगी जा रही थी. इस मामले का कनेक्शन 21 अक्टूबर को बेउर जेल से बरामद 19 मोबाइल वाले कांड से जुड़ा है.इस मामले में कुल 6 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है.
2005 से पहले वाले बिहार में कैदी जेल रहते हुए भी फ्री बर्ड की तरह रहते थे.जब मन किया जेल से बाहर चले जाते थे. लेकिन आज के बिहार में भी अपराधी जेल से ही अपना गैंग ऑपरेट कर रहे हैं.जेल से रंगदारी की मांग कर रहे हैं और देने से मना करने पर जेल से ही हत्या की योजना बना रहे हैं.अगर ये 6 अपराधी पकडे नहीं जाते तो सुनील यादव की हत्या तय थी.अपराधी तो पकडे गये हैं लेकिन सुनील यादव का परिवार दहशत में है.पुलिस का कहना है कि मामले की पड़ताल की जा रही है.रवि गुप्ता की सुरक्षा की व्यवस्था भी की जा रही है.
पुलिस अब इस मामले में पकडे गये अपराधियों से पूछताछ के जरिये जेल से गैंग ऑपरेट किये जाने के मामले की जांच में जुट गई है.पुलिस सुनील यादव को रिमांड पर लेकर ये जानने की कोशिश करेगी कि अबतक वह जेल से कितने लोगों से रंगदारी वसूल चूका है.कितने लोगों को मरने की योजना बना चूका है.गौरतलब है कि बेउर जेल के अपराधी पुलिसकर्मियों की मदद से मादक पदार्थ और मोबाइल प्राप्त करते हैं.बेउर जेल के कैदियों के पास से भारी संख्या में मोबाइल की वरनादगी के बाद कई सिपाहियों को निलंबित भी किया गया था.