सिटी पोस्ट लाइव :मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोलनेवाले पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह की मुसीबत बढनेवाली है.सरकार ने धन घोटाला की जांच को फिर से तेज कर दिया है.गौरतलब है कि धन घोटाला में पूर्व मंत्री भी फंसे हुए हैं. बिहार सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने तीन वित्तीय वर्षों में धान खरीद में शामिल रहने वाले बिहार प्रशासनिक अधिकारियों के नाम, तत्कालीन पोस्टिंग वाले पद, पता और फोन नंबर की मांग सभी जिलाधिकारियों से की है.
सामान्य प्रशासन विभाग की तरफ से जिलाधिकारियों को कहा गया है कि खरीफ विपणन वर्ष 2011-12, 2012-13 और 2013-14 में धान खरीद (अधिप्राप्ति) के लिये प्राधिकृत सभी पदाधिकारियों यथा जिला आपूर्ति पदाधिकारी, वरीय उप समाहर्ता और अनुमंडल पदाधिकारियों की सूची विभाग में उपलब्ध नहीं है. इसकी जानकारी जिला स्तर पर ही उपलब्ध है.
सामान्य प्रशासन विभाग ने बताया है कि खरीफ विपणन वर्ष 2011-12, 2012-13 और 2013-14 में धान खरीद की नोडल एजेंसी बिहार राज्य खाद्य एवं असैनिक आपूर्ति निगम था. उन विपणन वर्षों में निगम ने मिलरों से धान मिलिंग के लिये एकरारनामा कर धान की आपूर्ति की पर मिलरों ने धान के हिसाब से चावल नहीं दिया.इस कारण मिलरों पर गबन के आरोप में निगम ने सभी जिलों में मुकदमा दायर किया है. हाईकोर्ट के निर्देश पर सीआईडी अनुसंधान कर रही है.