सिटी पोस्ट लाइव : पटना पुलिस ने एक ऐसे शातिर ठग को धर दबोचा है जो दर्जनों IPS और IAS अधिकारियों का दोस्त है.कभी वह गृह मंत्री बनकर तो कभी जज बनकर बड़े अधिकारियों को फोन कर बड़ा बड़ा काम निकलवा लेता था.इसबार ये ठग पटना हाईकोर्ट का सीनियर जज बनकर एक IPS अधिकारी को बचाने के लिए बिहार के डीजीपी को फोन करता था. जिस अधिकारी को बचाने के लिए वो दबाव बना रहा था, उस अधिकारी को पहले ही क्लीन चिट मिल चूका है.इसलिए डीजीपी को शक हुआ और उन्होंने उसके पीछे आर्थिक अपराध इकाई को उच्च स्तरीय जांच का आदेश दे दिया. ईओयू ने घंटे भर में ही पूरे मामले से पर्दा उठा दिया. गिरफ्तार ठग अभिषेक अग्रवाल तीन लोगों के साथ गिरफ्तार हुआ है.
अभिषेक ने स्वीकार किया है कि वह एक आईपीएस अफसर को बचाने के लिए जज बनकर डीजीपी को फोन करता था. अभिषेक के पास से नौ सीम कार्ड के साथ दर्जनों मोबाइल मिला है. मोबाइल की जब फॉरेंसिक जांच की गई तो आरोप प्रमाणित हो गये. सख्ती से पूछताछ में भी आरोपी अभिषेक अग्रवाल ने कबूल किया. वो एक एसएसपी को बचाने के लिए डीजीपी को फोन किया था. जांच में यह बात सामने आई है कि यह पहले भी जेल जा चुका है.
अभिषेक कई बार गृह मंत्री का पीए बनकर भी अफसरों को फोन करता था. अभिषेक की पहुंच बड़े बड़े नेताओं के साथ कई अधिकारियों से भी है. 2018 में भी पुलिस ने अभिषेक को गिरफ्तार कर तिहाड़ जेल भेजा था. इसके पहले 2014 में बिहार के एक पुलिस अधीक्षक को भी ब्लैकमेल किया था. उस समय पुलिस अधीक्षक के पिता से मोटी रकम की भी वसूली की थी. इसके अलावे एक अन्य आईपीएस अफसर से भी 2 लाख की ठगी में इसका नाम आया था.
जिससे ये लगने लगे की ये भी कोई जज हो.साथ ही फेसबुक पर बड़े नेता और अफसरों के साथ ये तस्वीर लगाता था. आर्थिक अपराध इकाई ने आरोपी अभिषेक के खिलाफ, धोखाधड़ी, फर्जी नाम से फोन करने व साईबर केस में जेल भेजा है. साथ ही पूछताछ में जो बातें निकल कर सामने आई है, उस आधार पर उस आईपीएस अफसर के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है जिसको बचाने के लिए वह डीजीपी पर दबाव बना रहा था.