बिहटा फायरिंग की वारदात पर क्यों पर्दा डाल रही पुलिस?

City Post Live

सिटी पोस्ट लाइव : बिहटा के अमनाबाद में बालू के अवैध खनन करनेवाले दो अपराधिक गुटों के बीच हुई सैकड़ों राउंड फायरिंग की वारदात पर बिहार पुलिस पर्दा डालने में जुटी है.स्थानीय लोगों का दावा है कि बालू के रेतों पर घंटो गोलियों की बारिश होती रही .ईलाके में दहशत व्याप्त हो गया लेकिन पुलिस सोई रही.ग्रामीणों के अनुसार AK-47 गरजती रहीं, लाशें गिरती रहीं लेकिन 11 घंटे तक पुलिसवाले नजर नहीं आये.अत्याधुनिक हथियारों से हुई फायरिंग में कई लोगों के मारे जाने दावा स्थानीय लोग कर रहे हैं.घटनास्थल पर मिले खोखे इसकी गवाही भी दे रहे हैं. सिटी एसपी पश्चिम राजेश कुमार, शुक्रवार को एएसपी दानापुर अभिनव धीमान, बिहटा व मनरे थाना की पुलिस के साथ नाव से सोन पार कर अमनाबाद दियारा पहुंचे और करीब एक घंटे के बाद ही लौट आए.

पुलिस मुख्यालय का आदेश है कि बड़ी घटना होने पर एसपी, एसएसपी भी घटनास्थल पर जाएंगे लेकिन इतनी बड़ी वारदात के बाद भी एसएसपी डॉ मानवजीत सिंह ढिल्लों दूसरे दिन भी मौके पर नहीं गए. .स्थानीय लोगों के अनुसार इस गोलीबारी में 16 लोग मारे गये हैं लेकिन पुलिस मतों पर पर्दा दाल रही है.ग्रामीणों के अनुसार 2 तीन माह से गोलीबारी रोज गोली चल रही थी. लगातार पुलिस को सुचना दी गई लेकिन कोई कारवाई नहीं हुई.बुधवार को जब गोलीबारी शुरू हुई तो ग्रामीणों ने रात में ही पुलिस को सुचना दी .चौकीदार को भी गोलीबारी की जानकारी थी लेकिन पुलिस 11 घंटे तक नहीं पहुंची.

ग्रामीणों के अनुसार अगर डॉग स्क्वायड को लगाया जाये तो अभी भी वहां दर्जनों लाशें मिलेगीं. माफियाओं ने जेसीबी से गड्ढा खोददकर उसी में लाशें गाड़ दी हैं. गोलीबारी के लिए ये ईलाका बदनाम है लेकिन आजतक यहाँ एक पुलिस आउटपोस्ट तक नहीं है. अमनाबाद में बालू खनन को लेकर 2017 में भी ऐसा ही गैंगवार हुआ था. पुलिस के अनुसार यहाँ -150 कारतूस ही मिले. लेकिन ग्रामों का दावा है कि 500 से अधिक गोलियां उन्होंने चुनकर पुलिस को दिए. गांववालों के अनुसार 25 किलो की बोरी में खोखे चुनकर पुलिस को दिया गया है.छह स्थानों पर खून के निशान भी थे.

सोन नदी से अवैध तरीके से बालू निकालने का काम लंबे अर्से से चल रहा है. यहां दर्जनों गैंग सक्रिय हैं.सोन नदी से अवैध तरीके से बालू निकालने का काम लंबे अर्से से चल रहा है. कारबाइन से लेकर एके-47 जैसे हथियार माफियाओं के पास हैं. इन्हीं हाथियारों का इस्तेमाल गोलीबारी के लिए बुधवार को किया गया.अमनाबाद में बालू के अवैध खनन को लेकर हुई गोलीबारी के बाद शुक्रवार को पटना पश्चिम के एसपी और दानापुर के एएसपी के नेतृत्व में चलाए जा रहे कांबिंग ऑपरेशन के दौरान अपराधियों ने पुलिस पार्टी पर ही फायरिंग शुरू कर दी. एसपी के नेतृत्व में पुलिस गुरुवार को अमनाबाद में हुई फायरिंग मामले में श्रीराय नाम के एक व्यक्ति के घर छापेमारी करने गई थी. इसी बीच श्री राय , उसके दो बेटों प्रवीण कुमार, नवीन कुमार, उसके चचेरे भाई गोपाल राय और उसके सहयोगियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस पर गोली चलाते हुए वे भाग निकले.

पटना और भोजपुर जिले के बॉर्डर पर बिहटा में गुरुवार को सोन नदी से अवैध तरीके से बालू निकालने को लेकर माफिया के दो गुटों में सैकड़ों राउंड फायरिंग हुई. इस गोलीबारी में 5 लोगों की मौत हो गई, 9 लोग घायल हुए.लेकिन पुलिस केवल एक ही शव मिलने की बात कर रही है. बाकी शवों की तलाश की जा रही है.गौरतलब है कि बालू पर वर्चस्व को लेकर बालू माफिया के गुट बिहटा के अमनाबाद गांव में आपस में भिड़ गए. बात बढ़ती गई और दोनों पक्षों में फायरिंग शुरू हो गई. घटना के बाद माफिया गुटों ने सभी शवों को छुपा दिया.

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