मल्लिकार्जुन खड़गे होगें कांग्रेस के नये अध्यक्ष .

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सिटी पोस्ट लाइव :कांग्रेस पार्टी के नए राष्ट्रिय अध्यक्ष (Congress President Election 2022) को लेकर कायम संशय अब ख़त्म हो चूका है.: कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस पार्टी की ओर से अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए आधिकारिक उम्मीदवार बना दिए गए हैं.कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने शुक्रवार को कहा कि वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे पार्टी के अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करेंगे. उन्होंने बताया कि वह और पी एल पुनिया उनकी उम्मीदवारी के प्रस्तावक होंगे. प्रमोद तिवारी ने संकेत दिया कि इस पर आम सहमति बन सकती है कि सोनिया गांधी के बाद पार्टी के शीर्ष पद पर कौन काबिज होगा. उन्होंने बताया कि खड़गे दोपहर के करीब अपना नामांकन पत्र दाखिल कर सकते हैं. तिवारी ने कहा कि खड़गे पार्टी में सबसे अनुभवी नेताओं में से एक हैं और वह दलित नेता भी हैं.

कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके दिग्विजय सिंह अपना नामांकन वापस लेंगे. कांग्रेस पार्टी ने दिग्विजय सिंह को अपना नामांकन वापस लेने को कहा है. खड़गे दोपहर नामांकन भरेंगे और माना जा रहा है कि अब मुकाबला मल्लिकार्जुन खड़गे बनाम शशि थरूर हो सकता है, क्योंकि थरूर भी आज नामांकन भर सकते हैं. मल्लिकार्जुन खड़गे को गांधी परिवार का समर्थन प्राप्त है, ऐसे में अगर कुछ बड़ा सियासी उलटफेर नहीं होता है तो मल्लिकार्जुन खड़गे का आम सहमति से कांग्रेस अध्यक्ष बनना तय है. इस तरह करीब दो दशक बाद कांग्रेस को गांधी परिवार के बाहर का अध्यक्ष मिल जाएगा. सूत्रों की मानें तो गुरुवार की रात कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के घर हुई बैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम पर सहमति बनी और शुक्रवार की सुबह सभी नेताओं से बातचीत करके केसी वेणुगोपाल ने खड़गे को नामांकन दाखिल करने को कहा.

मल्लिकार्जुन खड़गे महादलित समुदाय से आते हैं.दिग्विजय सिंह का नाम चलने के बाद कांग्रेस के कई नेताओं ने सोनिया गांधी को सलाह दी थी कि कांग्रेस का मूल वोट बैंक दलित है, जबकि दिग्जविय सिंह समेत बाकी दावेदार अगड़ी जाति से हैं.किसी दलित चेहेरे को अध्यक्ष बनाने से कांग्रेस को देशभर में दलित और महादलित वोट बैंक को साधने का मौका मिल सकता है.मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम के पीछे जी-23 की सियासत को भी माना जा रहा है.जी-23 कल से कोशिश में था कि मुकुल वासनिक अगर तैयार होते हैं तो जी-23 वासनिक को समर्थन दे सकता है. दरअसल मुकुल वासनिक दलित समुदाय से आते हैं.मुकुल वासनिक ने फार्म भी लिया था और अशोक गहलोत भी वासनिक के समर्थन में थे. लेकिन वासनिक की जी-23 से नजदीकी देख सोनिया गांधी को वासनिक की वफादारी पर अधिक भरोसा नहीं था.

खड़गे को वफादारी और जातीय समीकरण दोनों में फिट माना जा रहा है.खड़गे को अध्यक्ष बनाने का फायदा कर्नाटक समेत दक्षिण के राज्यों में कांग्रेस को मिल सकता है.-कांग्रेस उत्तर में सिकुड़ रही है, ऐसे में अब उम्मीद दक्षिण पर टिकी है.कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए घोषित कार्यक्रम के अनुसार, अधिसूचना 22 सितंबर को जारी की गई और नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया 24 सितंबर से आरम्भ हुई, जो 30 सितंबर तक चलेगी. नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि आठ अक्टूबर है. एक से अधिक उम्मीदवार होने पर 17 अक्टूबर को मतदान होगा और परिणाम 19 अक्टूबर को घोषित किये जाएंगे.

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