2024 में PM मोदी के सामने टिक पाएंगे बिहार CM?

City Post Live

सिटी पोस्ट लाइव : एबीपी न्यूज के सर्वे के अनुसार नीतीश कुमार पीएम मोदी को चुनौती दे सकते हैं. देश का सियासी मूड को लेकर सर्वे में सवाल पूछा गया कि क्या नीतीश कुमार विपक्ष को एकजुट करने में कामयाब होंगे. इस सवाल के जवाब में 44 प्रतिशत लोगों ने हां में जवाब दिया है. जबकि 56 फीसदी लोगों ने ना में जवाब दिया है.दरअसल, सर्वे में पूछा गया था कि बीजेपी से अलग होने के बाद नीतीश कुमार विपक्ष को एकजुट करने में कितना कामयाब होंगे? 44 फीसदी लोगों का मानना है कि नीतीश कुमार विपक्ष को एकजुट करने में कामयब हो जाएंगे जबकि 56 फीसदी लोगों का कहना है कि नीतीश कुमार विपक्ष को एकजुट नहीं कर पाएंगे.

जब पूछा गया कि अगर नीतीश कुमार प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार बनते हैं कि बीजेपी को किताना फायदा या नुकसान होगा? 53 फीसदी लोगों का कहना है कि अगर नीतीश कुमार पीएम पद के उम्मीदवार बनते हैं तो बीजेपी को फायदा होगा. 47 फीसदी लोगों का कहना है कि नीतीश कुमार अगर प्रधानमंत्री उम्मीदवार बनते हैं तो बीजेपी को नुकसान होगा. सर्वे के अनुसार, नीतीश कुमार अगर पीएम उम्मीदवार बनते हैं तो बीजेपी की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ेगा.

गौरतलब है कि नीतीश कुमार एनडीएन से अलग होने के बाद बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. नीतीश कुमार का कहना है कि अगर सभी विपक्षी पार्टियां एक मंच पर आ जाएं, तो 2024 में मोदी को पीएम पद से हटाया जा सकता है. यही कारण है कि मुख्यमंत्री बनने के बाद नीतीश कुमार दिल्ली गए थे. तीन दिन में 10 विपक्षी नेताओं से मुलाकात की थी.इस सर्वे में मोदी नीतीश कुमार से आगे तो दिख रहे हैं लेकिन ये फासला बहुत कम का है.

अगले लोकसभा चुनाव में वक्त है लेकिन सियासी दलों की तैयारियों ने हलचल बढ़ा दी है. ऐसे में एबीपी न्यूज ने सी वोटर के साथ मिलकर जनता का मूड समझने की कोशिश की. इस सर्वे में मोदी फैक्टर, भाजपा, विपक्ष, नीतीश कुमार से लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर सवाल पूछे गए। सर्वे में 6 हजार 222 लोगों से बात की गई है. जब लोगों से दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर सवाल किया गया तो बड़े दिलचस्प आंकड़े सामने आए। पिछले एक साल में केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के अलावा पंजाब, गोवा में अच्छा प्रदर्शन किया है। गुजरात चुनाव भी पार्टी लड़ने जा रही है। इसके मद्देनजर सर्वे में सवाल किया गया कि क्या 2024 में वे अरविंद केजरीवाल को पीएम मोदी के लिए चुनौती मानते हैं?

इस पर 63% लोगों ने हां में और 37% लोगों ने नहीं में जवाब दिया। सर्वे के नतीजे देख AAP के नेताओं का जोश हाई हो सकता है. केजरीवाल खुद को गैर-बीजेपी, गैर-कांग्रेसी विकल्प के तौर पर पेश कर रहे हैं. हालांकि लोगों में एक भ्रम की स्थिति भी पैदा हो रही है. हाल में जब बिहार के सीएम नीतीश कुमार विपक्ष को एकजुट करने के इरादे से दिल्ली आए थे तो उन्होंने केजरीवाल से भी मुलाकात की थी. माना जा रहा है कि वह 2024 में पीएम के लिए विपक्ष की तरफ से दावेदारी पेश कर सकते हैं. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या केजरीवाल अपनी महत्वाकांक्षा को किनारे रख नीतीश कुमार का सपोर्ट करेंगे?

Share This Article