सिटी पोस्ट लाईव :बिहार के के बिजली उपभोक्ता कृपया ध्यान दें. अब बिजली बहुत महँगी हो चुकी है.आगे आप घर में दो सीएफएल बल्व जला रहे हैं और एक पंचा चल रहे हैं तो आपको तीन लाख से ऊपर का बिजली बिल देना पड़ सकता है.ये मजाक नहीं ,हकीकत है.बक्सर में एक ऐसा ही मामला सामने आया है. बक्सर जिले के ब्रह्मपुर प्रखंड के रघुनाथपुर गांव में एस्बेस्टस छत के नीचे के रहनेवाले एक किसान सुरेंद्र प्रसाद को एक पंखे और दो सीएफएल बल्ब जलाने के एवज में सवा तीन लाख रुपये का बिजली बिल विभाग द्वारा भेजा गया है.पीडि़त किसान परेशान है .उसने सिटी पोस्ट लाईव को बताया कि जबसे उसने बिजली कनेक्शन लिया तब से प्रतिमाह सौ से डेढ़ सौ रुपये के बीच में बिजली बिल का भुगतान करता था.लेकिन अब तो सवा तीन लाख का बिजली बिल आ चूका है .
किसान के अनुसार वर्ष 2016 के नवंबर माह में उसे 2 महीनों के बिल के रूप में 205 रुपये जमा करने पड़े थे. नवंबर के बाद से जब उसने दिसंबर माह में बिजली बिल जमा करने की कोशिश की तो उसे बताया गया कि उसके बिल में कोई समस्या है, जिसके कारण उसका बिल नहीं निकल रहा है.बिजली बिल में गड़बड़ी की बात कहते कहते मई 2017 में उसे एक साथ ही 96 हजार रुपये का बिजली बिल भेजा गया. अचानक से इतना ज्यादा बिजली बिल को देखकर पहले तो वह व्यक्ति चकराया फिर उसने बिजली विभाग में इसकी शिकायत की.शिकायत के आलोक में विभाग में एक बार फिर उसे बिजली बिल में सुधार करने की बात कह दिया. लगभग 1 वर्ष बाद जून 2018 में व्यक्ति को पुन: बिजली का बिल विभाग द्वारा भेजा गया. लेकिन, इस बार बिजली बिल पूर्व के बिजली बिल से करीब 3 गुना 3,14,882.00 रुपये था.
मीटर रीडर द्वारा उसे बिजली बिल नहीं जमा करने पर कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहने की हिदायत भी दे दिया गया .पीडि़त उपभोक्ता ने मीडिया से गुहार लगाई कि इस मामले को उजागर करते हुए बिजली विभाग की सच्चाई दुनिया के सामने लाई जाए. लेकिन बिजली विभाग के अधिकारियों के पास वक्त कहाँ है ,एक आम आदमी की शिकायत के निराकरण के लिए .
बिजली कंपनी के कार्यपालक अभियंता संतोष कुमार कहते हैं कि उपभोक्ता को यदि यह लगता है कि बिजली बिल में गड़बड़ी है, तो वह सहायक विद्युत अभियंता डुमरांव कार्यालय में जाकर बिजली बिल में सुधार करवा सकता है.लेकिन साथ ही उनका ये भी दावा है कि स्पॉट बिलिंग होने के कारण अब बिजली बिल में त्रुटि संभव नहीं है.जाहिर है बिजली विभाग जब अपने बिल में त्रुटी की बात ही स्वीकार नहीं कर रहा फिर वो जांच क्या करेगा .