दशरत मांझी की 15वीं पुण्यतिथि के मौके पर एक बार फिर भारत रत्न की मांग,मोटरसाइकिल रैली निकाली गई|

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सिटी पोस्ट लाइव- दशरत मांझी की 15 वीं पुण्यतिथि तिथि के मौके पर एक बार फिर भारत रत्न की मांग को लेकर विभिन्न मंच ऊपर उठाते हुए एवं मोटरसाइकिल रैली निकाली गईश्रद्धांजलि स्वरूप करते हुए गया जिला के विभिन्न प्रखंडों से निकाला गया ।जिसमें हजारों लोग शामिल हुए।इस रैली को बिहार सरकार के मंत्री संतोष मांझी ने।हरी झंडी दिखाकर गया के आजाद पार्क से रवाना किया  श्रद्धांजलि रैली को बेलागंज खिजरसराय के रास्ते पवित्र समाधि स्थल घटक रवाना किए।

इस मौके मंत्री संतोष मांझी ने कहा की 

बिहार के गौरव है पर्वत पुरुष दशरथ मांझी ने सुदूर इलाके गेहलौर घाट में रहकर भी को भी देश दुनिया में अपना लोहा मनाने का काम किया पर्वत पुरुष  दशरथ मांझी के अधूरे सपने को पूरा करने के लिए संकल्पित होकर अपनाना एवं उस पर अमल करने की जरूरत है आज के वर्तमान स्थिति में समाज के उत्थान एवं मुख्य धारा में लाने के लिए उनके विचारों पर अमल करने की जरूरत है  उनकी जिद्द ने उनको दुनिया के महान हस्तियों में सुमार कर दिया हाड़ मांस का इंसान दृढ़ इच्छाशक्ति के बल पर पहाड़ को भी काटकर रास्ता बना सकते हैं

आयोजन समिति के अध्यक्ष शंकर मांझी ने कहा की यह रैली प्रत्येक वर्ष निकलती है एवं गया जिला के  अलग-अलग मार्गों से गुजरती है हम लोग बाबा के अनुयाई हैं और उनका जीवन से प्रेरित होकर प्रत्येक वर्ष माल्यार्पण के लिए गेहलौर घाट जाते हैं।मंच के अध्यक्ष ई. नंदलाल मांझी ने कहा कि पर्वत पुरुष हमारे बिहार के आन बान शान है उन्होंने साबित कर दिया कि मन में अगर दृढ़ इच्छाशक्ति हो तो पहाड़ को भी सीना चीर कर रास्ता बनाया जा सकता है, दिल्ली दूर हो तो पैदल दिल्ली भी जाया जा सकता है ।यह केवल और केवल दृढ़ इच्छाशक्ति और संकल्प से ही संभव है आज युवाओं को जीवन में सफलता के लिए उनके बताए हुए मार्गों को अपनाने की आवश्यकता है

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