सिटी पोस्ट लाइव :पटना में अवैध ब्लड बैंक का कारोबार चल रहा है. इसका खुलासा पटना तब हुआ जब पुलिस ने शनिवार को पुलिस ने छापा मारा.पुलिस के अनुसार जिस अपराधी की उसे तलाश थी वह ब्लड बेचने का अवैध धंधा चला रहा था. मंदिरों में छोटे बच्चों को अपना शिकार बनाना और उनके गले से सोने का लॉकेट काट लेना है इस गैंग का धंधा है.. इसके ठिकाने से 44 पैकेट ब्लड पुलिस ने बरामद किया है. ब्लड के हर एक पैकेट को वो ढ़ाई हजार रुपए में बेचा करता था.
दरअसल, शुक्रवार को कोतवाली थाना की पुलिस ने दो शातिरों को पकड़ा था. इसमें 30 साल का संतोष कुमार और 53 साल का अजय द्विवेदी शामिल है. इनके पास से पुलिस ने बच्चों के गले से काटे गए सोने के 10 लॉकेट बरामद किए थे. इसके बाद पुलिस की जांच और आगे बढ़ी.मूल रूप से जमुई के घोड़ापारण का रहने वाला संतोष पटना में पत्रकार नगर थाना के तहत संजय गांधी नगर के रोड नंबर 1 में विजय चौधरी के मकान में किराए पर रहता है. थानेदार सुनील कुमार सिंह के अनुसार संतोष को लेकर कोतवाली थाना की पुलिस टीम ने शनिवार को पत्रकार नगर थाना गई. फिर वहां से लोकल थाना की पुलिस टीम को लेकर संतोष के किराए वाले ठिकाने पर पहुंची. घर को सर्च किया जा रहा था तो डीप फ्रीजर में ब्लड से भरे हुए पैकेट रखे मिले.
पुलिस ने जब इसकी पड़ताल की तो पता चला कि काफी समय से वो अवैध रूप से ब्लड का धंधा कर रहा है. इसके बाद पुलिस ने जिला प्रशासन को इसकी जानकारी दी. फिर ड्रग इंस्पेक्टर को जांच के लिए बुलाया गया. बरामद ब्लड के पैकेट को जब्त कर लिया गया है.थानेदार के अनुसार इस मामले में ड्रग इंस्पेक्टर के बयान पर अलग से एक FIR पत्रकार नगर थाना में दर्ज की जाएगी. फिलहाल पता लगाया जा रहा है कि इस अवैध धंधे में संतोष के साथ कौन-कौन लोग जुड़े हुए हैं? ब्लड कौन लोगों से लेता था? फिर इसकी सप्लाई कैसे करता था?