अशोक स्तंभ में किए गये बदलाव पर उठने लगे सवाल,अनुपम खैर ने किया ट्वीट-शेर है तो दांत तो होगी|

City Post Live

सिटी पोस्ट लाइव-अशोक स्तंभ जो हमारा राष्ट्रीय चिन्ह है ,जिसे अशोक के शासन काल में शांति और शौर्य का प्रतीक माना गया था|अशोक स्तंभ का साफ मतलब है कि हम शेर की तरह ताकतवर तो है लेकिन फिर के खामोश रहने का मतलब है कि हम शांति में भरोसा रखते हैं |लेकिन जहाँ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा सांसद भवन में दहाड़ते हुए अशोक स्तंभ स्थापित किए गए तो इस पर कई तरह के सवाल भी खड़े होने शुरू हो गये है|

 

 

शेर काटता नहीं खा जाता है

उन सवालों को लेकर अब कई  तरह-तरह की बातें होनी  शुरू हो गई है ,कोई यह कह रहा है कि यह नया भारत का नया अशोक स्तंभ है, तो वही इसे लेकर बॉलीवुड एक्टर अनुपम खेर का भी बयान सामने आया है ,जिसमें वह बीजेपी को सपोर्ट करते हुए यह  लिखते नजर आ रहे हैं भाई यह शेर है तो दांत तो होगी और जरूरत पड़ी तो या काट भी सकता है| तो वही इस बात पर एक यूजर ने जवाब देते हुए लिखा कि सर शेर काटता नहीं खा जाता है|

 

 

अशोक स्तंभ शांति और शौर्य का प्रतीक है

जहां अशोक स्तंभ शांति और शौर्य का प्रतीक है तो वहीं इस तरह से अशोक स्तंभ के चिन्ह के साथ में बदलाव करना क्या सही है? इसे लेकर कई तरह की बाते होप्नी सुरु हो चुकी है ओर इसे लेकर के हर कोई अपनी अपनी राय रख रहा है | अशोक स्तंभ के बारे में  बतलाते हुए एंकर स्वेता सिंह ने भी जो जानकारी दी है उस जानकारी के गलत होने को लेकर कई सवाल उठने लगे है|

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