CITY POST LIVE – दिल्ली में रामविलास पासवान के आवास 12 जनपथ को सरकार ने खाली करा दिया है। इसके बाद से लालू प्रसाद के पुत्र तेजस्वी यादव और रामविलास पासवान के पुत्र चिराग पासवान की नजदीकी बढ़ने लगी है। तेजस्वी यादव पहले ही आवास खाली कराने और चिराग की पार्टी के को तोड़ने का आरोप लगाकर भाजपा को निशाने पर ले चुके हैं।
अब लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव के दूत के रूप में राजद के वरिष्ठ नेता श्याम रजक ने चिराग पासवान से मुलाकात की है। चिराग पासवान से मुलाकात से मुलाकात के बाद राजद के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री श्याम रजक ने भाजपा को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि रामविलास पासवान दिल्ली के जिस आवास में रहे उसे राष्ट्रीय स्मारक घोषित किया जाना चाहिए। यह राजद की भी इच्छा थी। दिल्ली में किसी खास जगह पर उनकी प्रतिमा लगाई जानी चाहिए।
इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। इसमें भविष्य की उस राजनीति के संकेत दिख रहे हैं
इस मुलाकात के बाद चिराग पासवान ने कहा कि हर मुलाकात के राजनीतिक मायने नहीं निकालना चाहिए। श्याम रजक से साथ हमारे पुराने संबंध रहे हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र में जो मंत्री बैठे हैं चाचा पारस जी वे उसी सरकार में जिस सरकार ने मेरे पिता जी की तस्वीरों को फेंका, पांव तले रौंदा। घर खाली कराएं कोई दिक्कत नहीं है, घर खाली कराने का तरीका होता है। उस अपमान पर जो लोग खामोश हैं मुझे उससे तकलीफ है। जदयू, भाजपा के कई लोगों ने मुझको फोन करके कहा कि यह तरीका सही नहीं है। संविधान निर्माता की फोटो व अन्य महापुरुष को फोटो को रौंदा गया। चिराग ने कहा कि मंत्री पद के लालच में उनके चाचा पशुपति पारस चुप है। मंत्री बनने का लालच मेरे पिता या मेरे परिवार में भी किसी को नहीं है। पासवान समाज को यह देखना चाहिए कि रामविलास पासवान के साथ ऐसे सलूक पर चाचा पारस का ऐसे चुप रहना क्या ठीक है?