जमशेदपुर: प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के क्रियान्वयन में पूरे राज्य में जमशेदपुर जिला दूसरे स्थान पर है। हालांकि, 80 फीसदी से कम उपलब्धि वाले प्रखंड धालभूमगढ़, बहरागोड़ा, बोड़ाम, पटमदा, डुमरिया के सीडीपीओ-पर्यवेक्षिका से इसमें अपेक्षित प्रगति लाने के निर्देश दिए गए। यह जानकारी उपायुक्त विजया जाधव ने दी।
उपायुक्त विजया जाधव की अध्यक्षता में बुधवार को जिला समाज कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक हुई, जिसमें सभी प्रखंडों के वरीय पदाधिकारी भी मौजूद रहे। उपायुक्त ने सभी सीडीपीओ को प्रखंड मुख्यालय में अनिवार्य रूप से आवासन का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सभी विभागीय योजनाओं का लाभ शत प्रतिशत योग्य लाभुकों को ससमय मिले, इसे सुनिश्चित करें। साथ ही सभी महिला पर्यवेक्षिकाओं को प्रत्येक माह में 15-20 दिन फिल्ड विजिट करने के लिए निर्देशित किया।
आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों को मिलने वाले पोषाहार का विशेष ध्यान रखने तथा सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषण वाटिका भी अनिवार्य से लगाने का निर्देश दिया, ताकि पौष्टिक एवं संतुलित आहार बच्चों को मिलना सुनिश्चित हो सके। बैठक में मुख्यमंत्री सुकन्या योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना की समीक्षा के क्रम में पाया गया कि जिले में लक्ष्य के मुताबिक शत प्रतिशत उपलब्धि है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के क्रियान्वयन में पूरे राज्य में पूर्वी सिंहभूम जिला दूसरे स्थान पर है।
जिन लाभुकों के बैंक खाते में सुधार की आवश्यकता है, उनसे संबंधित बैंक ब्रांच से समन्वय स्थापित करते हुए कैम्प मोड में कार्य करते हुए एक सप्ताह में सुधार करने का निर्देश दिया गया। जिले में सेविका के 26 तथा सहायिका के 33 रिक्त पदों को आमसभा के माध्यम से जल्द भरने का निर्देश दिया गया। उपायुक्त ने कहा कि आम सभा से पहले गांवों में इससे संबंधित अहर्ता के संबंध में व्यापक प्रचार-प्रसार करें तथा ग्रामवासियों के साथ बैठक कर भी इसकी जानकारी दें।
बैठक में बच्चों के पूरक पोषाहार योजना को लेकर विमर्श करते हुए स्पष्ट निर्देश दिए गए कि मेन्यू के मुताबिक पोषाहार उपलब्ध कराने के साथ-साथ बच्चों के पोषण पूर्ति को लेकर निर्धारत संसाधनों में और क्या बेहतर किया जा सकता है, इसपर भी विशेष अभिरूचि लें। उपायुक्त ने स्पष्ट कहा कि बच्चों के ब्रेकफास्ट, लंच, खाने से पहले हाथ धोने का फोटो संबंधित विभागीय व्हाट्सएप ग्रुप में जरूर शेयर करें।