सिटी पोस्ट लाइव : भ्रष्ट नौकरशाहों की सम्पति जप्त करने की परिपाटी देश में शुरू करनेवाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने सुशासन के साथ किसी तरह के समझौता के लिए तैयार नहीं हैं.बार-बार विधायकों के द्वारा आरोप लगाए जाने के बाद मंत्री रामसूरत राय ने भी न आव देखा न ताव और नाराजगी भरे लहजे में ऐलान कर दिया कि जिन लोगों ने भी अवैध निर्माण कराया है, उन पर कार्रवाई की जाएगी. कब्जा करने के बाद भले ही 10 मंजिला इमारत क्यों न खड़ी कर ली हो, उस पर बुलडोजर चला दिया जाएगा.
सीपीआईएम के विधायक अजय कुमार ने खड़िया जिले का मामला उठाते हुए कहा कि बास की 5 डिसमिल जमीन दलितों को दी गई थी. उस पर कुछ असमाजिक तत्त्वों ने स्थानीय थाना से मिलीभगत कर पक्का मकान बनवा लिया है. इस मामले की जांच करने पर गड़बड़ी पाई गई जिसका जांच प्रतिवेदन अंचलाधिकारी ने खगड़िया के अनुमंडल पदाधिकारी खगड़िया को भी दिया. इस जांच प्रतिवेदन में साफ लिखा हुआ है कि इस जमीन पर दलित परिवार पिछले 25-30 वर्षों से रहते आ रहे हैं. और अब इस पर स्थानीय असमाजिक तत्त्वों ने स्थानीय पदाधिकारी और गंगोर थानाध्यक्ष की मिलीभगत से बहुमंजिला इमारत बना लिया है. सीपीआईएम विधायक द्वारा सरकारी अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद विधानसभा के अन्य विधायकों ने भी इस पर कार्रवाई की मांग कर दी.
बिहार विधानसभा में इस सवाल पर हंगामा होता देख बिहार सरकार के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय बार-बार कार्रवाई का आश्वासन दे रहे थे, लेकिन विधायक इस मामले पर ठोस कार्रवाई चाहते थे, सिर्फ आश्वासन नहीं. बार-बार विधायकों के द्वारा आरोप लगाए जाने के बाद मंत्री रामसूरत राय ने भी न आव देखा न ताव और नाराजगी भरे लहजे में ऐलान कर दिया कि जिन लोगों ने भी अवैध निर्माण कराया है, उन पर कार्रवाई की जाएगी. कब्जा करने के बाद भले ही 10 मंजिला इमारत क्यों न खड़ी कर ली हो, उस पर बुलडोजर चला दिया जाएगा. मंत्री के इस ऐलान के बाद सभी विधायक शांत हो गए. वहां मौजूद सभी के जेहन में उत्तर प्रदेश का योगी मॉडल सामने था जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरे यूपी में बाहुबलियों के द्वारा अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलवा दिया है.