सिटी पोस्ट लाइव : बीजेपी के साथ सरकार चलाकर भी अबतक अपने सेक्युलर क्रेडेंशियल को बचाए रखनेवाले नीतीश कुमार की चिंता BJP के कुछ नेताओं ने बढ़ा दी है. बिहार विधानसभा के बजट सत्र में RJD और BJP के तरफ से खुलकर अपने अपने वोट बैंक को मैसेज देने की भरपूर कोशिश की जा रही है. बजट सत्र के दौरान भाजपा विधायक हरि भूषण ठाकुर बचौल के एक बयान के बाद कि मुस्लिमों को वोटिंग के अधिकार से वंचित कर देना चाहिए, इस मुद्दे ने राजनीतिक रंग ले लिया और विपक्ष खासकर RJD ने इस मुद्दे को लपक लिया. RJD ने इसी बहाने BJP से ज़्यादा नीतीश कुमार के सेक्यूलरिज़्म पर निशाना साध दिया.
. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भाजपा विधायक के इस बयान को आधार बना ना सिर्फ़ नीतीश कुमार पर हमला बोला बल्कि RSS पर भी सवाल उठाकर मुस्लिम समुदाय को ये बताने कि कोशिश की कि उनके रहते बिहार में मुस्लिमों के अधिकार को कोई नही छिन सकता है.तेजस्वी यादव यहीं नहीं रुके उन्होंने देश के उन बड़े मुस्लिम चेहरे की खूब चर्चा की जिनका देश की आजादी में बड़ा योगदान था. इस बहाने उन्होंने अपने खास वोट बैंक मुस्लिमों को बड़ा मैसेज देने की कोशिश की है कि RJD ही उनकी सच्ची हितैषी पार्टी है. एक तरफ जहां राजद मुस्लिम हितैषी पार्टी दिखाने की होड़ में लगी रही तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा भी सदन के अंदर से लेकर बाहर तक ये बताने की कोशिश करती दिखी कि हिंदुओं की हित की कोई बात करता है तो वो एक मात्र पार्टी बीजेपी ही है.लेकिन JDU के सामने समस्या ये है कि उसे फिलहाल ये समझ नहीं आ रहा है कि वो क्या करे.
सदन के अंदर जब तेजस्वी यादव ने RSS पर निशाना साधा तो सदन के अंदर मौजूद BJP के तमाम विधायक और भाजपा कोटे के मंत्री एक साथ खड़े होकर तेजस्वी यादव पर हमला बोलते नजर आए. इसकी अगुवाई खुद सदन में मौजूद उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद ने की और देश की आजादी में RSS के योगदान की चर्चा कर तेजस्वी यादव को जवाब देने की कोशिश की.लेकिन नीतीश कुमार की समझ में नहीं आ रहा कि बीजेपी नेताओं के सांप्रदायिक बयान से वो कैसे निबटें?