सिटी पोस्ट लाइव :बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर यूक्रेन में फंसे बिहार के छात्रों को अपने वतन वापस लाने का काम शुरू हो गया है.आज रविवार को 24 छात्र पटना एयरपोर्ट पहुंचे. ये छात्र पहले दिल्ली और मुंबई पहुंचे फिर इन्हें पटना लाया गया. सुबह 9 बजे के करीब स्पाइस जेट की फ्लाइट से बिहार के कई जिलों के 7 छात्र सकुशल अपनी धरती पर वापस लौटे.एयर इंडिया की दूसरी फ्लाइट से मुंबई से 6 छात्रों को पटना एयरपोर्ट लाया गया. तीसरी गो एयर की फ्लाइट शाम 4:40 बजे 11 छात्रों को लेकर पटना पहुंची.
सुबह पहुंचे स्टूडेंट्स को रिसीव करने उप मुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद, उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन और जल संसाधन मंत्री संजय झा भी पहुंचे. वापस आए स्टूडेंट ने कहा कि वहां की स्थिति काफी भयावह है. अभी भी हमारे कुछ साथी वहां फंसे हुए हैं. उन्होंने भारत सरकार का विदेश मंत्रालय का शुक्रिया अदा किया है. यूक्रेन पर रूस के हमले के तीसरे दिन वहां फंसे 219 भारतीय छात्रों को लेकर एअर इंडिया का विमान AI-1943 शनिवार रात 8 बजे मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरा. इसमें बिहार के भी करीब 12 बच्चे शामिल हैं.
बिहार के आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि एयरपोर्ट से निकले के बाद बिहार फाउंडेशन ने सभी बच्चों के ठहरने की उचित व्यवस्था की. आज सभी बच्चे बिहार लौटेंगे।रोमानिया के बुखारेस्ट से भी एअर इंडिया का एक और विमान 250 स्टूडेंट्स के साथ सुबह करीब 8 बजे नई दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरा है. इसमें भी बिहार के बच्चे शामिल हैं. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत स्टूडेंट्स की वापसी का यह अभियान जारी रहेगा.आपदा प्रबंधन सचिव ने बताया कि यूक्रेन से बच्चों को सुरक्षित देश लाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. सरकार की तरफ से बच्चों की सुविधा के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. इसके लिए दिल्ली और मुंबई से पटना तक विशेष तैयारी की गई है.
आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव श्री संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि माननीय CM नीतीश कुमार के निर्देश पर दिल्ली और मुंबई एयरपोर्ट पर विशेष हेल्प डेस्क शुरू की गई है.यूक्रेन में जारी मौजूदा संकट के मद्देनजर वहां फंसे बिहार के छात्रों एवं अन्य लोगों की सहायता के लिए आपदा प्रबंधन विभाग ने हेल्प लाइन नंबर जारी किया है.राजधानी में विशेष नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है. नियंत्रण कक्ष में 24 घंटे प्रतिनियुक्ति की गई है. सभी जिला पदाधिकारियों को भी स्थानीय स्तर पर ऐसे परिवारों से संपर्क कर उन्हें आवश्यक मदद देने का निर्देश दिया गया है.