सिटी पोस्ट लाइव : भारत ने कोरोना की पहली लहर में लोगों को भूख से बिलखते और कोसों मील पैदल चलते देखा. दूसरी लहर में लोगों को तड़पते और मरते देखा. हालांकि तीसरी लहर में लोगों को थोड़ी राहत मिली. लोग बीमार हुए और ठीक हो गए. जिसके पीछे का सबसे बड़ा कारण कोरोना का टीका रहा. वहीं अब कोरोना से लड़ाई में एक और हथियार भारत को मिल गया है. जो नेजल स्प्रे है.
‘ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स’ और उसकी साझेदार कनाडाई बायोटेक कंपनी ‘सैनोटाइज रिसर्च’ ने कोविड-19 संक्रमित वयस्कों के इलाज के लिए नीट्रिक ऑक्साइड नेजल स्प्रे (नाक के जरिए ली जाने वाली दवा) बुधवार को बाजार में उतारा. यह स्प्रे उन वयस्कों के लिए है जिनके संक्रमित होने पर गंभीर रूप से बीमार होने का खतरा अधिक है.
कंपनी के एक ऑफिशियल बयान में बताया गया है, ‘नेजल स्प्रे ने भारत में तीसरे चरण के परीक्षण के प्रमुख समापन बिंदुओं को पूरा कर लिया है तथा 24 घंटों में वायरल लोड को 94 प्रतिशत तथा 48 घंटों में 99 प्रतिशत के कम करने में कामयाबीपूर्वक प्रदर्शन किया है.
परीक्षण के चलते नाइट्रिक ऑक्साइड नेज़ल स्प्रे (NONS) कोरोना मरीजों में सुरक्षित तथा अच्छी प्रकार से सहन किया गया. ग्लेनमार्क इसे FabiSpray ब्रांड नाम के तहत इसका विपणन करेगी.’ वही कंपनी का दावा है कि जब नाइट्रिक ऑक्साइड नेज़ल को नाक के म्यूकोसा पर छिड़का जाता है तो यह संक्रमण के विरुद्ध एक भौतिक तथा रासायनिक बाधा के तौर पर कार्य करता है.