सिटी पोस्ट लाइव : बिहार की राजनीति ऐसी है, जहां थोड़ी सी गर्मी शांत होती नहीं कि फिर गर्माहट भर जाती है. भाजपा और जदयू के नेता पिछले दिनों सम्राट अशोक के मुद्दे पर आमने सामने आ गए थे. अब एकबार फिर बिहार की राजनीति में संजय जायसवाल के पोस्ट ने बवाल मचा दिया है. विशेष राज्य के दर्जे के मुद्दे पर बिहार भाजपा के अध्यक्ष और सांसद डॉक्टर संजय जायसवाल ने एक लंबा पोस्ट सोशल मीडिया पर लिखा है और पांच प्वाइंट में बताया है कि 2020 में एनडीए सरकार का गठन आत्मनिर्भर बिहार के 7 निश्चय के आधार पर हुआ था. इसलिए हमें इस मूल मुद्दे से भटकना नहीं चाहिए.
इसके बाद तो बयानों का दौर जारी हो गया. जहां हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा ने भाजपा नेता संजय जायसवाल के DNA पर ही सवाल उठा दिया, वहीं जदयू ने भी पोस्ट जारी कर उन्हें आर्थिक सर्वेक्षण को ठीक से पढने की सलाह दी है. जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने पोस्ट में लिखा कि माननीय संजय जयसवाल जी, आप ज्ञानी है और हम उम्मीद करते हैं कि कुछ साधारण बातें आप जरूर समझते होंगे। आप आर्थिक सर्वेक्षण को ठीक से पढ़ें। यह नीतीश कुमार जी का प्रयास है कि विश्वव्यापी कोरोना महासंकट के बावजूद बिहार का प्रति व्यक्ति आय लगभग 1221 रुपए सालाना बढ़ गया है।
बिहार में नल जल योजना को 2016 से ही लागू किया गया और केंद्र की सरकार ने 2019 में इसकी शुरुवात की। 90% कार्य बिहार सरकार ने अपने खर्च पर करवा लिया है तो फिर केंद्र की सरकार से इस मद में मिले 6000 करोड़ रुपए लगभग लेने का कोई औचित्य नहीं बनता है। हर घर बिजली का काम बिहार में 2015 में शुरू होकर 2018 तक पूरा कर लिया गया। केंद्र सरकार ने 2017 में इसकी शुरुवात की।बिहार एक कंज्यूमर स्टेट है और खरीदारी का सूचकांक बढ़ा है जो दर्शाता है कि बिहार आगे बढ़ रहा है। खरीददारी का सूचकांक बड़ा है और इसलिए जीएसटी क़ा हिस्सा बड़ा है।
बिहार के मॉडल को तो पूरे देश में अपनाया जाता है ,नीतीश कुमार जी की कार्यशैली और साख बताने के लिए यह काफी है। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा तो बिहार औद्योगिक प्रदेश बनेगा। आज के दौर में बिहार में मानव संसाधन सस्ता है परंतु जो रॉ मैटेरियल्स बाहर से आता है वह महंगा होता है। इस वजह से भी कई उद्योग यहां नहीं लग पाते हैं। विशेष राज्य का दर्जा मिलने से उद्योग लगाने वाले लोगों को इनकम टैक्स में भी छूट मिलेगी और तब बिहार के तरफ उनका रुझान और बढ़ेगा।
बिहार को पूर्ण विकसित करने के लिए विशेष राज्य का दर्जा बिहार का अधिकार है। कुछ दिनों पूर्व तक आप लोगों ने इस मांग का समर्थन किया और अब इसके खिलाफ बोल कर आप बिहार के आम जनमानस की भावना को ठेस पहुंचा रहे हैं। जहां तक राशि खर्च करने का सवाल है तो अपनी सांसद निधि से कितना खर्च आपने किया है आपको जानकारी है या सार्वजनिक करूं?
आपके क्षेत्र के लोगों की प्रतिक्रिया आपके पोस्ट के कमेंट बॉक्स में है।
आपसे साझा भी कर दे रहा हूं। बिहार में आदरणीय नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार है जिसमें जेडीयू, भाजपा, हम और वीआईपी पार्टी शामिल है। सबकी बराबर जवाबदेही है। कोई मामला रहे तो आपस में बैठकर बात हो सकती है लेकिन ऐसे सोशल मीडिया पर पोस्ट करके आप गठबंधन की जड़ों को फिर से एक बार कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं।