सिटी पोस्ट लाइव : विधान परिषद् की 24 सीटों के लिए होनेवाले चुनाव को लेकर महागठबंधन में घमाशान जारी है.तेजस्वी यादव द्वारा एक भी सीट नहीं दिए जाने से RJD से कांग्रेस का गठबंधन टूट चुका है. प्रदेश में पार्टी को मजबूत करने के लिए महामंथन की तैयारी चल रही है. 6 फरवरी को पटना के सदाकत आश्रम में पार्टी के कई सीनियर नेता बैठक करेंगे. चंदन बागची, शकील अहमद खान, मदन मोहन झा, अखिलेश सिंह समेत कई नेता मौजूद रहेगें और आगे की रणनीति पर विचार करेगें.
रविवार को वे प्रदेश कार्यालय में कार्यकारी अध्यक्षों, पूर्व प्रदेश अध्यक्षों, माननीय सांसदों, विधायकों व विधान पार्षदों सहित जिला कांग्रेस कमिटी के अध्यक्षों, पूर्व सांसदों, पूर्व विधायकों, पूर्व विधान पार्षदों, पिछले लोकसभा और विधानसभा के पूर्व प्रत्याशियों, मोर्चा संगठनों, विभागों एवं प्रकोष्ठों के अध्यक्ष के साथ बैठक करेंगे। इसमें विधान परिषद चुनाव को लेकर भी बात होगी.कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री तारिक अनवर ने तीन दिन पहले पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की थी. वे सोनिया गांधी और राहुल गांधी को फीडबैक देने के बाद दिशा निर्देश लेकर पटना लौटेगें.
6 फरवारी को पार्टी को मजबूत करने के लिए तमाम नेताओं के साथ सदाकत आश्रम में बैठक करेगें. कैसे कांग्रेस पहले की तरह मजबूत हो, कैसे बीजेपी के साथ जा चुके समर्थकों को फिर से कांग्रेस से जोड़ा जाए ,किस तरह से पार्टी को युवाओं से जोड़ा जाए, ऐसे तमाम मुद्दों पर चर्चा होगी.कांग्रेस राजनीतिक करने के लिए ट्वीटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम को एक सहारे की तरह इस्तेमाल कर सकती है, लेकिन सड़क पर भी राजनीति करनी होगी. आंदोलन में आना होगा. राज्य में लीडरशिप ऐसे हाथ में हो जो सर्वाधिक लोगों में मान्य हो. राजधानी केन्द्रित व्यक्ति होगा तो निचले स्तर तक असर नहीं होगा. इसलिए वैसे व्यक्ति के हाथ में लीडरशिप देने की जरूरत है जिसका फलक व्यापक हो और जिसका सरोकार गांव से शहर तक से हो.
बिहार कांग्रेस के सांगठनिक चुनावों और सदस्यता अभियान को लेकर अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी द्वारा गठित निर्वाचन पदाधिकारियों की तीन सदस्यीय कमिटी 5 फरवरी को अपने दो दिवसीय बिहार दौरे पर बिहार आ चुकी है. कमेटी के नवनिर्वाचित प्रदेश निर्वाचन पदाधिकारी सांसद रिपुन बोरा, विधायक कुणाल पाटिल और नरेश कुमार सदाकत आश्रम में नेताओं के साथ बैठक करेंगे.