सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में शराबबंदी अभियान में शिक्षाओं को लगाए जाने को लेकर राजनीति गरमाई हुई है.शिक्षक तो नाराज हैं ही अब छात्रों ने भी अपने शिक्षकों के हाल पर गीत गाना शुरू कर दिया है.चौथी क्लास में पढ़ने वाले 9 साल के स्टूडेंट रौनक का गाना सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. रौनक का शराब पर लिखा गाना भी खूब पसंद किया जा रहा है. इस गाने में रौनक ने गाया है- पढ़ावल छोड़ीं गुरुजी अब ढूंढी मधुशाला, साढ़े तीन मिनट के इस गीत में शिक्षकों के काम से जुड़ी कई तरह की परेशानियों को उजागर किया है.
रोचक अंदाज में शिक्षकों की परेशानियों को पेश करता यह गीत रौनक ने भोजपुरी में गाया है.पिता पुत्र की ये जोड़ी बिहार में पहले से ही मशहूर है. रत्नेश रतन और उनके बेटे रौनक रतन ने कोरोना पर भी गीत गया था जो खूब वायरल हुआ था.पिता पुत्र की जोड़ी ने इस बार शिक्षा विभाग के उस आदेश पर गीत लिखा और गाया है, जिसमें शिक्षकों को शराबियों को पकड़वाने का आदेश दिया गया है.इससे पहले कोरोना महामारी के चलते देश भर में जब स्कूल बंद थे, तब भी दोनों ने इस पर गीत लिखा था. कोरोना के दौर में जब स्कूल खोलने की डिमांड उठ रही थी और कोरोना का हवाला देकर स्कूल बंद थे, तब भी दोनों ने गीत के जरिए सिस्टम पर सवाल खड़े किए थे. तब स्कूल बंद थे और चुनावों में नेताओं की रैलियां हो रही थी. तब रौनक ने गीत गाया था- खुलते मेरा स्कूल तुम आ जाते हो कोरोना.
गौरतलब है कि शराब और शराबियों की गुप्त सूचना देने के सरकारी आदेश को लेकर शिक्षक बेहद नाराज हैं.इसे लेकर शिक्षक संगठन भी नाराज हैं. शिक्षक सरकार से आदेश वापस लेने के मांग कर रहे हैं. शिक्षकों का कहना है कि हमेशा उनसे सरकार ऐसे काम करवाती रहती है, जिसका शिक्षा से कोई लेनादेना नहीं है.