सिटी पोस्ट लाइव : केंद्रीय मंत्री,JDU के वरिष्ठ नेता आरसीपी सिंह पार्टी के उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनाव में अकेले मैदान में उतरने के फैसले से खुश नहीं हैं.शनिवार को कहा कि उन्हें ऐसा करने दीजिए. बिहार की जनता ने 2025 तक काम करने का अवसर दिया है इसलिए काम करें.उन्होंने कहा कि हम तो आरंभ से ही कह रहे कि यूपी विधानसभा चुनाव में हमें अकेले नहीं लड़ना चाहिए. जदयू का यूपी में अकेले लड़ने का कोई मतलब नहीं. भाजपा से बात हो रही थी, यह सच है. हम उन सीटों को लेकर बात कर रहे थे, जिनके लिए फरवरी के दूसरे हफ्ते में नामांकन होना है. ऐसे में अगर उत्तर प्रदेश में भाजपा के साथ गठबंधन के लिए गए प्रयास को लेकर कोई टिप्पणी आती है, तो हमें कुछ नहीं कहना है.
आरसीपी singh बीजेपी के साथ समझौता नहीं होने के लिए अपने को दोषी ठहराये जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कोई भजन-कीर्तन या फिर कव्वाली करते रहें. हम तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की मजबूती के लिए काम करते है.जनता ने उन्हें 2025 तक काम करने का मौका दिया है इसलिए नीतीश कुमार सशक्त तरीके से काम करते रहें इस पर ध्यान जरूरी है. खुद को यूपी विधानसभा चुनाव में जदयू के स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल नहीं किए जाने के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जिन 15 लोगों को उस सूची में जगह मिली है, उनमें ऐसे कितने लोग हैं जिन्हें लोग पहचानते है. उन्होंने यह भी जोड़ा कि जीवन लंबा है, धैर्य रखना चाहिए.
अपने ऊपर टिप्पणी के संबंध में उन्होंने कहा कि हम तो 2017 में भी यूपी चुनाव को लेकर सक्रिय थे. लोग उनके ऊपर बोलकर मनोरंजन करते है.मैंने हमेशा पार्टी और नीतीश कुमार को सशक्त करने को काम किया है. सभी लोगों को दायें-बायें नहीं कर काम करना चाहिए. गौरतलब है कि यूपी विधानसभा चुनाव में भाजपा से गठबंधन नहीं होने के बाद पार्टी मैदान में उतरी है. इसको लेकर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने केंद्रीय मंत्री और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष आरसीपी सिंह को जिम्मेदार ठहरा दिया था. उन्होंने कहा था कि आरसीपी सिंह को जिम्मेदारी दी गई थी. उनके भरोसे ही हम रहे. उनसे भाजपा की क्या बात हुई ये तो वही जानें.