आज बिहार बंद के दौरान खान सर की अपील- मांगे पूरी, अब बंद से रहे दूर.

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सिटी पोस्ट लाइव : रेलवे की एनटीपीसी प्रतियोगिता परीक्षा में धांधली के विरोध में छात्रों के आज के बिहार बंद को पक्ष व विपक्ष के विभिन्‍न राजनीतिक दलों का समर्थन मिला है.लेकिन फिर भी अभी तक खास असरदार नहीं दिख रहा है. इसे कई छात्र संगठनों व महागठबंधन (Mahagathbandhan) के घटक दलों सहित विपक्ष ने समर्थन दिया है. इस मामले में बिहार में राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (BJP) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को छोड़कर छोड़ कर सभी घटक दल भी बंद समर्थकों के साथ खड़े दिख रहे हैं. हालांकि, अभी तक हाजीपुर ,समस्‍तीपुर सहित कुछ जगहों से ही सड़क जाम आदि की खबरें मिली हैं. कुल मिलाकर बंद असरदार नहीं दिख रहा है. इस बीच छात्रों को भड़काने के आरोपित पटना के खान सर (Khan Sir) ने छात्रों से आंदोलन में शामिल नहीं होने की अपील कर दी है. बंद को देखते हुए पूरे राज्‍य में पुलिस अलर्ट मोड में है.

समस्तीपुर में छात्र संगठन आइसा व इनौस ने बिहार बंद को लेकर सड़क जाम कर दिया है. वहां सुबह से ही वाहनों की लंबी कतारें लग गईं हैं.गया में बिहार बंद का खास असर नहीं दिख रहा है. गाड़ियों का परिचालन हो रहा है. गया जिले से होकर गुजरने वाले जीटी रोड के अलावे डोभी-चतरा सड़क मार्ग और डोभी-गया सड़क मार्ग पर यातायात सामान्‍य है. दिल्ली-कोलकाता राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 2 पर कोई परेशानी नहीं हो रही है. बिहार बंद को देखते हुए पुलिस ने गश्ती बढ़ा दी है.पटना के खान सर ने छात्रों से बंद में शामिल नहीं होने कीर अपील की है. उन्‍होंने देर रात फेसबुक पर वीडियो जारी कर कहा है कि इस मामले में प्रधानमंत्री व रेल मंत्री ने हस्‍तक्षेप किया है. गलती आरआरबी की है, जिसे प्रधानमंत्री व रेल मंत्री के हस्‍तक्षेप के बाद वह ठीक करेगा. छात्र आंदालन करेंगे और उसमें घुसकर दूसरे लोग हिंसा कर देंगे. छात्रों की मांगें पूरी हो गईं हैं, अब आंदोलन खत्‍म.

छात्रों के बिहार बंद को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों को अलर्ट किया है. बंद के मद्देनजर जिला पुलिस के साथ रेल पुलिस को पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती का निर्देश दिया गया है. किसी भी किस्‍म की हिंसा व तोड़फोड़ से सख्‍ती से निपटने का निर्देश दिया गया है.आंदोलन को देखते हुए रेलवे ने फरवरी में होने जा रही दूसरे स्तर की परीक्षाओं- कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (CBT-2) और ग्रुप डी आरआरसी लेवल-1 के पहले स्तर की परीक्षाओं (CBT-1) पर रोक लगा दी है. साथ ही एक हाई लेवल जांच कमेटी भी गठित की है। छात्र इस कमेटी में 16 फरवरी तक अपनी शिकायत रख सकते हैं. कमेटी चार मार्च को रेल मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी.

आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि छात्रों के बिहार बंद के लिए जरूरत पड़ी तो आरजेडी कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर पुलिस की लाठियां खाने के लिए भी तैयार हैं. सरकार की जिद से छात्र परेशान हैं। 35 हजार पदों के लिए डेढ़ करोड़ आवेदन आ रहे हैं. इससे बेरोजगारी की स्थिति स्‍पष्‍ट है. आरजेडी के उपाध्‍यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा कि रेल मंत्री ने खुद माना है कि छात्रों का असंतोष जायज है. कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि आंदोलन में शामिल छात्रों को आजीवन नौकरी नहीं देने की बात बेहद शर्मनाक है. भारतीय जनता पार्टी विपक्षी दलों को बदनाम करने में जुटी है. लालू प्रसाद यादव व नीतीश कुमार सहित तमाम बड़े नेता इसी छात्र आंदोलनों की उपज हैं, फिर यह आंदोलन गैरकानूनी कैसे हो गया?

छात्रों के आंदोलन के समर्थन में सत्‍ताधारी एनडीए में बीजेपी को छोड़ सभी घटक दल आ गए हैं. जनता दल यूनाइटेड (JDU) के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष ललन सिंह (Lalan Singh) ने ट्वीट कर कहा कि खान सर व अन्य कोचिंग संस्थानों के लोग बिहार तथा देश के गरीबों व युवाओं का भविष्य बनाते हैं. रेलवे व पुलिस को उनके खिलाफ दर्ज मुकदमों को अविलंब वापस लेना चाहिए. साथ ही छात्रों को भी शांति बनाए रखना चाहिए. पूर्व मुख्‍यतंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने कहा है कि अब वक्‍त आ गया है कि सरकार रोजगार के विषय में बात करे। ऐसा नहीं करने के परिणाम भयानक होंगे. खान सर सहित अन्‍य शिक्षकों पर मुकदमे से आंदोलन और भड़क सकता है. सत्‍ताधारी वीआईपी के अध्‍यक्ष मुकेश सहनी (Mukesh Sahani) ने भी बिहार बंद को अपना नैतिक समर्थन दिया है. मुकेश सहनी जी ने कहा कि अधिकारों के लिए आवाज उठाने को हर नौजवान स्वतंत्र है. वीआईपी के राष्‍ट्रीय प्रवक्‍ता देव ज्‍योति ने छात्रों से शांतिपूर्ण तरीके से अपना विरोध जताने को कहा.

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