सिटी पोस्ट लाइव :उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव को लेकर JDU अभीतक कोई फैसला नहीं ले पाया है. अभी तक बीजेपी की तरफ से कोई भी सकारात्मक संकेत नहीं मिला है . बुधवार को जब जदयू की बैठक हुई थी तो केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह को यह जिम्मेदारी दी गई थी कि वह जल्द से जल्द भाजपा से बात करके सीटों के बंटवारे अंतिम रूप दें. हालांकि 2 दिन बीत गए है, अभी तक इस पर कोई अंतिम फैसला नहीं हो पाया है.
बुधवार को आरसीपी सिंह ने कहा था इस मसले पर जल्दी फैसला हो जाएगा. लेकिन, अभी तक कोई फैसला नहीं हो पाया है. पूर्वांचल के जिन इलाकों में जदयू का प्रभाव है उन इलाकों में अंतिम चरणों में चुनाव होने हैं. इसलिए भाजपा इस मसले को सबसे अंतिम में सुलझाना चाह रही है.सात चरणों के इस चुनाव में पांचवें चरण में प्रयागराज, अयोध्या, बहराइच, अमेठी, के इलाकों में चुनाव है. छठे चरण की बात करें तो छठे चरण में गोरखपुर, देवरिया, बलिया के इलाकों में चुनाव होने हैं. वहीं, अंतिम और सातवें चरण में वाराणसी, चंदौली, जौनपुर, गाजीपुर, मिर्जापुर इलाके में चुनाव होने हैं.
ये सभी इलाके बिहार से सटे है और इन इलाकों में में जदयू अपना प्रभाव ज्यादा मानती है.पूर्वांचल के इलाके में बिहार की जो पार्टियां हैं जनता दल यूनाइटेड और वीआईपी पूर्वांचल के इलाकों में इनका जातीय समीकरण के मुताबिक वोट प्रतिशत ज्यादा है. दूसरा और सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न यह है कि इन इलाकों में कुर्मी समाज का ठीक-ठाक वोट प्रतिशत है. हालांकि भाजपा यूपी में कुर्मी समाज को नेतृत्व करने वाली पार्टी अपना दल से समझौता पहले से कर चुकी है. अनुप्रिया पटेल केंद्र में मंत्री भी हैं.