COVID नेगेटिव-पॉजिटिव रिपोर्ट के चक्कर में मरीज की गई जान, सदर अस्पताल में हुआ हंगामा

City Post Live - Desk

सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के कटिहार जिले में डॉक्टरों की लापरवाही ने एक मरीज की जान ले ली. जिसके बाद अस्पताल में जमकर हंगामा हुआ. जानकारी अनुसार स्वास्थ्य महकमा कोविड प्रोटोकॉल की मर्यादा पर बीमार वृद्ध महिला को अस्पताल के बरामदे पर तब तक जिंदा तड़पाया, जबतक बीमार वृद्ध महिला ने अपनी आखिरी सांस तड़पते न तोड़ दी. मौत का यह जिंदा तमाशा सदर अस्पताल के बरामदे पर पूरे 3 घंटों तक चलता रहा.

वही चिकित्सक कोविड जांच की बात कहकर परिजनों को कोरा इलाज़ का भरोसा देते रहे. इलाज के नाम पर स्वास्थ्य कर्मी कोविड की जांच में तब तक उलझती रह गयी. जब तक मरीज की मौत नहीं हो गयी. वहीं डॉ0 एस एम ठाकुर ने कहा हां चिकित्सकीय कार्य में गलती हुई है. बता दें परिजनों के हाथ में पहले नेगेटिव की रिपोर्ट थमाकर बॉडी को वापस ले जाने को कहा गया. वही परिजन जब चिकित्सा में चिकित्सक पर लापरवाही की बात बताकर जब हंगामा करने लगे तो चिकित्सक ने कोविड पॉजिटिव की रिपोर्ट होने का हवाला दे डाला.

नेगेटिव-पॉजिटिव की अजब गजब स्थिति को देख अस्पताल उपाधीक्षक के चेंबर में घंटों हंगामा मचा रहा. जहां अस्पताल उपाधीक्षक आशा शरण ने कहा कि अब आपको बीमार को जिंदा तो लौटा नहीं सकते. अब ऐसे में आपको कानून और न्यायालय का सहारा लेने होगा. वहीं मां की हुई मौत पर रोती हुई बेटी पिंकी ने कहा कि 2 घंटे तक टेम्पू में बीमार मां को लेकर बैठे रह गए. नर्स बोली अभी आ रहे इलाज़ के लिए, लेकिन ना डॉक्टर आया ना ही नर्स आयी.

बीमार पत्नी रीता की मौत पति बिरजू ने कहा कि कोरोना बताकर 4 घंटों तक चिकित्सक छूने तक नहीं आए. मेरी बीमार पत्नी को पहले नेगेटिव फिर पॉजिटिव बताने लगे. जाहिर है कोरोना की तीसरी लहर को लेकर स्वास्थ्य महकमा अपने लचर परिस्थिति को और जाहिर कर रहा है. एक वृद्ध की मौत इसका उदाहरण है. कोविड प्रोटोकॉल के नाम पर जिस तरह से वृद्ध महिला ने दम तोड़ा उससे देखना होगा कि स्वास्थ्य महकमा और अस्पताल प्रशासन कुछ सबक लेता है या नहीं.

कटिहार से रतन कुमार की रिपोर्ट

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