सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में कोरोना का कम्युनिटी स्प्रेड हो चुका है, लेकिन राहत की बात ये है कि इसके बाद भी 99% संक्रमित होम आइसोलेशन में हैं. होम आइसोलेशन के संक्रमितों में अधिकतर ऐसे हैं, जो वैक्सीन ले चुके हैं. स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि महज 1% संक्रमित को हॉस्पिटल की जरूरत पड़ रही है. 99% होम आइसोलेशन में ठीक हो रहे हैं. हालांकि, पटना में बदलते वायरस के ट्रेंड को लेकर बिहार के अन्य जिलों में भी सरकार की एक्सरसाइज शुरू हो गई है. होम आइसोलेशन में भी संक्रमितों की ट्रैकिंग कराई जा रही है.
स्वास्थ्य विभाग ने होम आइसोलेशन के संक्रमितों की ट्रैकिंग के लिए शुक्रवार से अभियान चलाया. पहले दिन लगभग 1000 संक्रमितों को ट्रैक किया गया है जिनमे बुखार और ऑक्सीजन का लेबल लगभग सामान्य है. सरकार ट्रैकिंग के साथ दवाओं की डिलीवरी को लेकर अलर्ट है.स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत का दावा है कि बिहार में 99% लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है. वैक्सीन केस को माइल्ड कर रही है. संक्रमण की रफ्तार जिस तरह से बढ़ रही है, स्थिति उतनी गंभीर नहीं है.
वैक्सीनेशन को लेकर यह दावा कभी नहीं किया गया है कि इससे कोरोना नहीं होगा, कोरोना हो सकता है लेकिन वह माइल्ड ही होगा। टीका लेने वालों में सीवियरटी कम देखी जा रही है. स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि इसी कारण से वैक्सीनेशन पर पूरा फोकस है कि लोगों को सीवियरटी की तरफ जाने से से बचाया जा सके.