रांची: झारखंड में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। सुबह और शाम लाेगाें का बाहर निकलना मुश्किल हाे गया है। ठंड से बचने के लिए किए गए प्रयास कई लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहे हैं। लोग ठंड से बचने के लिए कमरे को बंदकर रूम हीटर या अंगीठी जला लेते हैं, जो मौत का कारण बन रहा है। दम घुटने से 20 दिनों में अलग-अलग जिलों में 10 लोग असमय काल के गाल में समा गये हैं।
मौत के आंकड़ों पर एक नजर
– पांच जनवरी- जामताड़ा थाना क्षेत्र के उदलबनी मोहल्ले में दम घुटने से नंदलाल मंडल (75) तथा कमली देवी (70) की मौत हो गई। बताया गया कि ठंड से बचने के लिए परिवार ने घर के अंदर चूल्हा जलाकर रखा था। इस दौरान वेंटिलेशन की व्यवस्था नहीं होने के कारण घर के अंदर कार्बन मोनोऑक्साइड गैस भर गई। इससे इनकी मौत हो गई।
-17 दिसंबर- आजसू पार्टी के केंद्रीय उपाध्यक्ष सह लोहरदगा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक कमल किशोर भगत का 17 दिसंबर को निधन हो गया। कमल किशोर भगत की पत्नी नीरू शांति भगत की स्थिति भी गंभीर है। कमल किशोर भगत और उनकी पत्नी नीरू शांति भगत लोहरदगा शहरी क्षेत्र के हरमू चौक स्थित किराये के मकान में रह रहे थे। उनके रिश्ते के भतीजा-भतीजी का कहना था कि दोनों की तबीयत पिछले दो-तीन दिनों से खराब थी। अत्यधिक ठंड होने से कमरे में अलाव भी जलाकर छोड़ा गया था। सुबह काफी देर तक दोनों के कमरे से बाहर नहीं निकलने पर जब कमरे में देखा गया तो नीरू शांति भगत की स्थिति चिंताजनक दिखी। साथ ही कमल किशोर भगत की मौत हो चुकी थी।
-21 दिसंबर– हजारीबाग जिले के पेलावल ओपी थाना क्षेत्र के रोमी गांव में ठंड से बचने के लिए रूम हीटर जलाकर घर में सो रहे एक ही परिवार के तीन लोगों की दम घुटने से मौत हो गई। दम घुटने से परिवार के शाहिद अनवर उर्फ रिंकू खान ( 40), उनकी पत्नी निकहत परवीन (35) और पुत्र अख्तर ( 5) ने कमरे में ही दम तोड़ दिया।
-29 दिसंबर -हजारीबाग जिले में ही ड़कागांव प्रखंड क्षेत्र के ऊपर डाड़ी गांव में दम घुटने से दादी-पोती की मौत हो गयी, जबकि तीन महिलाएं घायल हो गईं। हादसा घर में कोयला चूल्हे जलाने के कारण दम घुटने से हुआ। इसमें दादी नेमन माेसोमात (75) और तीन वर्षीय पोती आदित्या कुमार की जान चली गई।
ठंड में मौत का सबब बन रहे रूम हीटर और अंगीठी, 20 दिनों में 10 ने गंवाई जानराजधानी रांची में दो अलग-अलग इलाकों में चार लोगों की मौत हुई। मधुकम स्थित शांति नगर में पिता और पुत्र की दम घुटने से मौत हो गई। समलौंग बेलाबगान रोड के रहने वाले एक ही परिवार के दो लोगों की मौत दम घुटने से हो गई। शीतल लखानी और मान्या लखानी दोनों बहनों ने दम तोड़ दिया।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
रिम्स के एक्सपर्ट चिकित्सक डॉ. संजय सिंह के अनुसार रूम को पूरी तरह बंद कर हीटर नहीं जलाना चाहिए। दम घुटने से जहां मौतें हुईं हैं, वहां देखा गया है कि कमरे में एक भी ऐसा कोना नहीं था, जहां से हीटर या अंगीठी का गैस बाहर निकल सके। चूंकि, अंगीठी से कार्बन मोनोक्साइड निकलता है, जो जानलेवा है। इसलिए इसके इस्तेमाल से पूर्व सावधानी जरूरी है।