सिटी पोस्ट लाइव : देश के उच्च पर्वतीय इलाकों में लगातार हिमपात होने और ठंडी हवाएं चलने का असर मैदानी भागों में भी देखने को मिल रहा है. पूरा उत्तर और पूर्वी भारत कड़ाके की ठंड की चपेट में है. बिहार के कई जिलों में शीतलहर जैसी स्थितियां बनी हुई हैं। वहीं, पटना में अधिकतम तापमान में बदलाव नहीं हुआ है और यह 19 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। वहीं न्यूनतम तापमान पारा में 2.60 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई और यह 10.04 डिग्री सेल्सियस रहा।
शीतलहर से जनजीवन अस्त-व्यस्त, 26 जिलों में लुढ़का पारा, जानिए कब तक मिलेगी राहत
उधर, पिछले 24 घंटे में सबसे ठंडी रात फारबिसगंज की जबकि वाल्मीकिनगर में दिन सबसे ठंडा रहा। सोमवार को फारबिसगंज में न्यूनतम पारा 8 डिग्री, वाल्मीकिनगर में अधिकतम 14 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार न्यूनतम और अधिकतम तापमान के बीच फासला कम हो रहा है। इससे ठंड ज्यादा लग रही है। साथ ही राज्य में दक्षिण-पश्चिमी हवा का प्रवाह जारी है। इससे राज्य के 26 शहरों के न्यूनतम पारे में दशमलव से लेकर 4.5 डिग्री तक की गिरावट आई है।
दिन में धूप न निकलने से कनकनी भी बढ़ी हुई है। जनवरी के पहले हफ्ते में कमोबेश यही स्थिति रहेगी। हालांकि, दो से तीन दिनों में आंशिक बादल छाने से न्यूनतम पारे में वृद्धि के आसार हैं। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, दूसरा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है. इसका असर आने वाले एक से दो दिनों में देखने को मिल सकता है. दूसरा पश्चिमी विक्षोभ का असर 6 से 8 जनवरी तक देश के मैदानी इलाकों में पहुंचने के आसार है.