सिटी पोस्ट लाइव : बिहार की राजनीति में उस वक्त खलबलाहट शुरू हो गई जब, जीतनराम मांझी का बयान सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. पूरे दिन मांझी सुर्ख़ियों में छाए रहे. शाम होते-होते कई जिलों में लोगों ने उनका पुतला दहन कर दिया. जदयू उनके वायरल वीडियो का जबाव देने से बचती दिखी, तो वे खुद अपने बयानों पर सफाई देते दिखे. वहीं आज उपेन्द्र कुशवाहा ने मांझी को सलाह दी है. जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा की जीतनराम मांझी एक बड़े नेता हैं. ऐसे में उन्हें किसी भी बयान को जारी करने से पहले सोचना चाहिए .
उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि वे अक्सर इस तरह के बयान देते आए हैं. पहले वे बयान देते हैं फिर अपने बयान से पलट जाते हैं. कुशवाहा ने मांझी को सलाह देते हुए कहा कि वे बिहार के बड़े नेता हैं. उन्हें शब्दों का चयन सही करना चाहिए. ब्राह्मणवादी विचारधारा के पोषक जदयू भी नहीं है. हम लोग उस सिस्टम का विरोध करते हैं न कि किसी जाति विशेष से. इसलिए बोलने के पहले सोंच लेना चाहिए.
बता दें जीतनराम मांझी का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें पंडितों को लेकर जिस शब्द का इस्तेमाल किया वो बहुत शर्मनाक था. हालांकि इस वीडियो के वायरल होने के बाद मांझी ने खुद सफाई पेश की है. उन्होंने कहा कि ब्राह्मणों को नहीं अपने समाज के कुछ लोगों के लिए किया था. लेकिन बात जब मुंह से बात निकलती है तो दूर तक जाती है.