सिटी पोस्ट लाइव : बैंकों का निजीकरण राष्ट्रहित के खिलाफ है। इससे आम जनता को ज्यादा नुकसान होगा और उनके गाढ़ी कमाई के पैसों की कोई गारंटी नहीं होगी। निजीकरण से श्रमिक नीति में गलत प्रावधान होगा और पूंजीपतियों का खजाना भरा जाएगा। उक्त बातें आज यूनाटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के बैनर तले यूको बैंक यूनियन के वरिष्ठ नेता बी. प्रसाद ने कही।
इससे पहले यूके बैंक के कर्मचारियों ने सरकारी बैंकों के निजीकरण के विरोध में, राष्ट्रीय संपत्ति को बचाने और जनता के आर्थिक हितों की रक्षा के लिए आज देशव्यापी बैंक हड़ताल के दूसरे दिन भी हिस्सा लिया। यूको बैंक यूनियन के नेतागण बी. प्रसाद, राहुल निराला, जे पी दीक्षित एवं अन्य वरिष्ठों के नेतृत्व में पूरे नारेबाजी के साथ पैदल मार्च का आयोजन किया गया।
इसी दौरान यूको बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के महासचिव राहुल निराला ने कहा कि बैंकिंग संशोधन बिल स्थगित किया जाए,सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को मजबूत किया जाए, कॉरपोरेट कर्ज लेनेवालों के साथ सख्ती से ऋण वसूली की जाए एवं आउटसोर्सिंग पर रोक लगाई जाए। उक्त विरोध प्रदर्शन में यूको बैंक के सैकड़ों कर्मचारियों ने भाग लिया।