सिटी पोस्ट लाइव : जिस पुलिस के सहारे लोग इंसाफ की आशा करते हैं यदि वही पुलिस नाइंसाफी करे तो क्या होगा. लेकिन कहते हैं न गलत हमेशा गलत होता है. देर से ही सही लेकिन कानून इंसाफ जरुर देता है. ताजा मामला खगड़िया से सामने आया है. जहां पुलिस अधीक्षक अमितेश कुमार ने दो थानाध्यक्षों को निलंबित कर दिया है. दोनों SHO पर फर्जी तरीके से FIR दर्ज कर युवकों को फंसाने का आरोप लगा है.
बताया जा रहा है कि गोगरी थाना प्रभारी पवन कुमार ने फतेहपुर गांव के एक युवक छोटू सिंह पर फर्जी प्राथमिकी दर्ज कर उसे जेल भेज दिया था. छोटू सिंह के परिवारवालों ने आरोप लगाया था कि प्रेम प्रसंग के मामले में उनसे पैसों की वसूली की गई और इसके बाद महेशखूंट और गोगरी थाना प्रभारी ने फर्जी प्राथमिकी कर उसे जेल भी भेज दिया. इसी मामले में खगड़िया एसपी ने यह कार्रवाई डीएसपी की जांच रिपोर्ट के बाद की है.
जानकारी अनुसार छोटू सिंह के परिजनों का आरोप था कि प्रेम प्रसंग के मामले में महेशखूंट पुलिस के द्वारा गोगरी थाना क्षेत्र के फतेहपुर से रविन्द्र उर्फ राजेन्द्र सिंह के भाई छोटे सिंह को विगत 11 अक्टूबर को घर से गिरफ्तार कर लिया गया. महेशखूंट पुलिस द्वारा आरोपी प्रेमी रविन्द्र उर्फ राजेन्द्र सिंह के चचेरे भाई छोटे को छोड़ने के लिए 50 हजार रुपये रिश्वत मांगी, और 25 हजार लेकर गोगरी पुलिस को सुपुर्द कर दिया गया.
इस मामले में खगड़िया एसपी अमितेश कुमार ने बीते 19 अक्टूबर को गोगरी डीएसपी मनोज कुमार को पत्र भेजकर मामले की जांच करने और रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया था. साथ ही थाने में लगे सीसीटीवी फुटेज की भी जांच करने का निर्देश दिया. गोगरी एसडीपीओ ने जांच प्रतिवेदन एसपी को सौंपा जिसके बाद गोगरी और महेशखूंट थाना प्रभारी पर कार्रवाई की अनुशंसा की गई.
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