सिटी पोस्ट लाइव : नालंदा के बिहार शरीफ में किशोर न्याय परिषद ने अप्राकृतिक यौनाचार के आरोपी एक किशोर को महज 2 दिनों में सजा सुनाई है. पिछले 8 अक्टूबर को 4 वर्षीय मासूम के साथ गांव के ही एक किशोर ने अप्राकृतिक यौनाचार की घटना को अंजाम दिया था. इस मामले में 25 नवंबर को चार्जशीट दाखिल की गई थी. जज ने अपने फैसले में कहा है कि जहां नारी की पूजा की जाती है, वहां देवता निवास करते हैं। इस देश में कुमारी कन्या को देवी का स्वरूप मानकर पूजन की परंपरा अनादि काल से चली आ रही है.
नारी के अपमान का बदला लेने के लिए भगवान राम ने दूसरे देश में जाकर रावण को समूल नष्ट कर दिया था। नारी के अपमान का बदला लेने के लिए भाइयों से भी महाभारत जैसा भीषण युद्ध लड़ा गया। ऐसे देश के किशोरों में ऐसी पशु प्रवृत्ति आना, निश्चित रूप से समाज के लिए चिंता का विषय है। ऐसी प्रवृत्ति को रोकने के लिए तथा किशोरों में महिलाओं के प्रति अच्छे संस्कार और सम्मान विकसित करने के लिए हमें अपने समाज में जागरूकता लानी होगी।
किशोर न्याय परिषद की सदस्या उषा कुमारी ने बताया कि नालंदा थाना इलाके के एक गांव में पिछले 8 अक्टूबर को गांव के ही एक 14 वर्षीय किशोर ने 4 वर्षीय मासूम को इमली और चॉकलेट देने के बहाने घर में बुलाकर उसके साथ अप्राकृतिक दुष्कर्म किया गया था. थाने में मामला दर्ज होने के बाद 25 नवंबर को पुलिस द्वारा अंतिम चार्जशीट दाखिल किया गया. पांच गवाहों की गवाही के बाद महज 2 दिनों में न्यायाधीश मानवेंद्र मिश्र ने किशोर को 3 साल की सजा सुनाई.