सिटी पोस्ट लाइव : पिछले दिनों विजिलेंस टीम ने मगध विश्वविद्यालय के वीसी राजेंद्र प्रसाद के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी. सरकारी आवास समेत अन्य ठिकानों पर अलग-अलग टीमों ने छापेमारी की. कुलपति के गया स्थित सरकारी आवास और बोधगया के कार्यालय की भी तलाशी ली गयी. कुलपति पर यूनिवर्सिटी में खरीददारी करने के नाम पर 30 करोड़ रुपये के गोलमाल के आरोप में केस दर्ज किया गया है. लेकिन इस गबन के आरोपों के बाद भी राजभवन कार्रवाई के मूड में नहीं दिख रहा है, बल्कि इसके विपरीत आरोपी पर ही मेहरबान है.
मामला मगध विश्वविद्यालय के गबन के आरोपी वीसी राजेन्द्र प्रसाद पर कार्रवाई के बदले उनके मेडिकल लीव पर मुहर लगा दी है. इसके बाद वीसी राजेन्द्र प्रसाद को राज्यपाल फागु चौहान ने 24 नवम्बर से 23 दिसम्बर तक छुट्टी पर जाने की अनुमति दे दी है. वहीं राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के प्रो वीसी विभूति नारायण सिंह को कुलपति का प्रभार दे दिया है. राजभवन के द्वारा छुट्टी मंजूर किए जाने की सूचना जारी होते ही फिर से आरोपी पर मेहरबानी की चर्चा शुरू हो गई है.
बता दें कि वीसी राजेन्द्र प्रसाद पर आरोप लगने के बाद विजिलेंस जांच चल रही है और बिहार से लेकर यूपी तक वीसी के कई ठिकाने पर लगातार छापेमारी भी हुई है. इसके बाद 30 करोड़ के गबन का पर्दाफाश हुआ है. इधर मौलाना मझहरुल हक अरबी फारसी विश्विद्यालय के तत्कालीन प्रभारी वीसी एसपी सिंह पर भी टेंडर घोटाला का आरोप लगा है, जिसके बाद भी राज्यपाल ने उन्हें मंगलवार को ही बेस्ट वीसी का अवार्ड दिया था. इस बीच मंगलवार को ही पीएमओ ने भी राज्यपाल फागु चौहान को तलब किया है.