सिटी पोस्ट लाइव : रविवार को तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश पर हत्याओं को लेकर जमकर प्रहार किया है. उन्होंने कहा था कि अपराधियों को संरक्षण सीएम नीतीश कुमार दे रहे हैं. वहीं पूर्णिया के पूर्व जिला पार्षद हत्याकांड को लेकर लेसी सिंह से इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि सीएम निष्पक्ष जांच क्यों नहीं करवाते. इसके बाद तो जैसे बिहार की राजनीति में गर्माहट आ गई. पहले जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने उन्हें प्रवासी बताया, उसके बाद खुद लेसी सिंह ने सफाई देते हुए कहा कि मेरे खिलाफ आपके पास कोई सुबूत है तो दीजिए. वहीं आज जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने उन्हें Investigation ऑफिसर न बनाने की सलाह दी है.
नीरज कुमार ने आज हमला करते हुए कहा कि IPC की धारा के तहत किसी भी बाहरी व्यक्ति को जांच में दखल देने की अनुमति नहीं है. यदि उनके पास कोई सुबूत है तो वो पुलिस की मदद कर सकते हैं. इसके अलावा भ्रामक प्रचार करना अपराध है. नीरज कुमार ने तेजस्वी को सलाह दी है कि आप जो आज कल एक अलग भूमिका में नजर आ रहे हैं वो मत बनिए. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव पॉलिटिकल इन्वेस्टीगेशन ऑफीसर की भूमिका में हैं. वे क्राइम इन्वेस्टीगेशन भी कर रहे हैं. लेकिन उनके पास इसकी डिग्री नहीं है.
नीरज कुमार ने उनके शिक्षा पर फिर सवाल खड़े करते हुए कहा कि आप नौवीं पास है, दरोगा के लिए भी B.A पास मतलब ग्रेजुएशन जरुरी है. आप वकालत भी नहीं कर सकते क्योंकि उसके लिए भी LLB की डिग्री चाहिए, जो आपके पास नहीं है. इसलिए ये सब काम आप छोड़ दीजिए. वहीं नीरज ने कहा कि वे बहुत दबाव में हैं. लगातार हार ने उन्हें दबाव में डाल दिया है. जब वे बच्चे थे तो माता-पिता ने कहा कि बेटा हम मुख्यमंत्री हैं, पढोगे नहीं तो कैसे काम चलेगा. बेचारे किसी तरह से नौवीं पास किए. वहां भी वे दबाव में थे.
इसके बाद खेलने गए तो वहां भी एक्स्ट्रा प्लेयर में रहे तो वहां भी दबाव. आगे ED का दबाव, कोर्ट का दबाव, चुनाव जीतने का दबाव. इतना दबाव जब रहेगा तो कुछ भी बोलेंगे. इसके अलावा नीरज कुमार ने तेजस्वी को राजबल्लभ यादव और अरुण यादव की याद दिलाई. उन्होंने कहा कि जब उनके विधायक अपराध केस में फंसे थे तो उस वक्त क्यों कहते चलते थे कि पुलिस अपना काम कर रही है. उस वक्त तो आप बिहार के उपमुख्यमंत्री थे. आज अनर्गल प्रलाप क्यों करने में लगे हुए हैं.
बता दें तेजस्वी यादव ने रविवार को प्रेस कांफ्रेस कर नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोला था. उन्होंने कहा था कि लेसी सिंह का सीडीआर निकलवाईये कि कितनी बार लेसी सिंह ने थाना प्रभारी से बात की है, कोई तो है जो थाना प्रभारी पर दबाब बना रहा था. तेजस्वी ने कहा कि मधुबनी में पत्रकार अविनाश झा की हत्या कर दी गई. अमरेंद्र पांडेय पप्पू पांडेय और उनके भाई मिलकर कितने हत्या करवाये हैं. उसपर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
यही नहीं भाजपा के मंत्री के भाई के घर से शराब मिला लेकिन कुछ नहीं हुआ. विनोद नारायण झा रावण सेना के ऊपर जो हत्या का आरोप लगा उसमें क्या हुआ. 15 दिन में 65 लोगों की हत्या हो गई. ये बिहार पुलिस पूरी तरीके से नीतीश कुमार की पुलिस हो गई. हम लोग फ़िल्म देखे थे गैंग ऑफ वासेपुर ये गैग ऑफ नीतीश कुमार हो गई है. अगर निष्पक्ष तरीके से जाँच हो गई तो पूरी कैबिनेट जेल में रहेंगी.