सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में इनदिनों छठ महापर्व से भी कोई बड़ी खबर है तो वो है शराब. प्रदेश में इनदिनों शराब को लेकर हाहाकार मचा हुआ है. लगातार जहरीली शराब को पीकर लोग मर रहे हैं. पहले गोपालगंज और बेतिया में २ दर्जन लोगों की मौत की खबर आई. फिर समस्तीपुर से 4 लोग उनके बाद मंगलवार मुजफ्फरपुर में दो लोगों के मौत ने हाहाकार मचा दिया. पुलिस भी इसे लेकर लगातार कार्रवाई कर रही है. लेकिन उनकी कार्रवाई का कुछ खास असर दिखाई नहीं दे रहा है.
वहीं जहरीली शराबकांड के बाद से सियासत भी तेज हो गई है. विपक्ष नीतीश सरकार के शराबबंदी को फेल बताने में लगी है. साथ ही शराब माफियाओं को सरकार द्वारा संरक्षण देने का भी आरोप विपक्ष द्वारा लगाया जा रहा है. वहीं अब सरकार में सहयोगी डाल भाजपा ने भी नीतीश कुमार को सलाह दी है. बता दें सीएम नीतीश 16 नवम्बर को शराबबंदी को लेकर समीक्षा बैठक करने जा रहे हैं. इसी को लेकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल ने सलाह दी है.
संजय जायसवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जो भी समीक्षा करेंगे वह बेहतर होगा लेकिन साथ में यह भी ध्यान देना जरूरी है कि बिहार के हर जिले में ऊपर से लेकर नीचे तक शराब के धंधे में माफियाओं का राज चलता है. शराब माफिया ऊपर से लेकर नीचे तक जुड़े हुए हैं और शराब का अवैध व्यापार करते हैं, इसलिए इन माफियाओं पर भी कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए तब ही शराबबंदी पूरी तरह सफल हो पाएगा.
बिहार में जहरीली शराब पीने से हुई मौत के बाद पिछले दिनों संजय जयसवाल ने बड़ी बात कहते हुए शराबबंदी के समीक्षा करने की बात कही थी. संजय जयसवाल ने कहा था कि महिलाओं की आवाज पर मुख्यमंत्री ने शराबबंदी का ऐतिहासिक फैसला किया था पर जिस तरीके से शराब का अवैध व्यापार जिलों में चल रहा है उसे लेकर समीक्षा करने का समय आ गया है. जाहिर है जहरीली शराब पीने से इस साल लगभग 70 लोगों ने जन गंवा दी है. कईयों के शराब पीने से मौत की पुष्टि हुई. कई लोगों ने पुलिस के डर से अंतिम संस्कार कर दिया. ऐसे में जरुरी है कि सरकार कोई ठोस कदम उठाये.