सिटी पोस्ट लाइव : पिता लालू यादव के पटना पहुंचने के साथ ही तेजप्रताप यादव ने तेजस्वी यादव और जगदानंद सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. पटना एयरपोर्ट पर अपने को ढकेले जाने का आरोप जगदानंद सिंह पर लगाते हुए तेजप्रताप यादव ने कहा कि जब तक जगदानंद सिंह पार्टी में रहेगें तब तक उन्हें RJD से कोई मतलब नहीं है. तेजप्रताप यादव ने जगदानंद सिंह को आरएसएस का एजेंट बताते हुए पार्टी से नाता तोड़ने का ऐलान कर दिया. जगदानंद को पार्टी से बाहर निकालने की मांग को लेकर देर रात अपने आवास के बाहर धरने पर बैठ गए. रविवार रात साढ़े नौ बजे के करीब राबड़ी देवी और लालू प्रसाद के पहुंचने पर ही तेजप्रताप माने और धरना खत्म किया.
तेजप्रताप ने अपने ‘अर्जुन’ (भाई तेजस्वी यादव) पर भी खुलकर हमला बोला.उन्होंने कहा कि यही रवैया रहा तो अर्जुन गद्दी पर नहीं बैठ पाएंगे. उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनने देंगे. धरने पर बैठते समय तेजप्रताप ने कहा कि अंधड़ आए या शीत गिरे. पिता के आने तक धरना जारी रहेगा. उनके निशाने पर जगदानंद सिंह के साथ तेजस्वी यादव के सलाहकार संजय यादव हैं. दिल्ली से चलने के पहले लालू ने दोनों भाइयों में किसी तरह के विवाद से इनकार किया था और कहा था कि दोनों एक हैं. पटना हवाई अड्डे पर लालू की अगवानी के लिए गए तेजप्रताप ने जगदानंद सिंह और विधान परिषद सदस्य सुनील कुमार सिंह पर आरोप लगाया कि उनके लोगों ने उन्हें धक्का दिया. राबड़ी देवी के आवास के बाहर भी उनके लोगों ने उन्हें ठेला. लिहाजा, वह बाहर से ही लौट गए और मीडिया में तल्ख बयान भी दिया.
देर रात अपने समर्थकों के साथ धरना पर बैठे तेजप्रताप ने अपने भाई तेजस्वी के खिलाफ खुलकर बोले. उन्होंने कहा कि तेजस्वी अपना रवैया सुधारें, नहीं तो संघर्ष होगा. उन्होंने कहा कि मैं संघर्ष की उपज हूं. लगातार बोलता रहा हूं कि मुझे अपने अर्जुन को मुख्यमंत्री बनाना है, किंतु अब दुख हो रहा है. तेजस्वी और संजय पर आरोप लगाया कि पार्टी का अपहरण कर लिया है. उन्होंने कहा कि संजय को साथ लेकर चलिएगा तो पार्टी का भला नहीं होगा. उन्हें कौन पहचानता है? गौरतलब है कि राबड़ी देवी के सरकारी आवास से अलग रह रहे तेजप्रताप ने अपने स्तर से पिता के स्वागत की तैयारी कर रखी थी. अपने आवास में बड़े अरमान से लिखवाया था-वेलकम माई फादर. दरवाजे को गुब्बारे से सजाया था.
हवाई अड्डे पर भी अपने नए संगठन जनशक्ति परिषद की टोली के साथ उत्साह के साथ तेजप्रताप यादव पहुंचे थे.. लालू के आने के करीब दो घंटे पहले ट्वीट कर पिता को शेर बताया था और विरोधियों गीदड़। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सुशील मोदी से आग्रह किया था कि लालू के स्वागत में वे भी फूल-माला लेकर हवाई अड्डा पहुंचें, लेकिन उनके अरमान को उस समय धक्का लगा जब उनकी अपेक्षाओं के अनुरूप माहौल नहीं मिला. हवाई अड्डे पर पार्टी नेताओं की ओर से सम्मान नहीं मिला. राबड़ी देवी के आवास तक आते-आते सब्र जवाब दे गया.