सिटी पोस्ट लाइव: बिहार के जिलों में पंचायत चुनाव जारी है. इस दौरान तरह-तरह के प्रत्याशी चुनावी जंग में खड़े हो रहे हैं. कई प्रत्याशी ऐसी हैं जो राजनीति में काफी अनुभवी है. तो कई युवा भी चुनावी मैदान में खड़े हो रहे हैं. इससे पहले खबर आई थी कि एक बुजुर्ग महिला ने भी वार्ड सदस्य के लिए अपना पर्चा भरा है. इससे साफ़ अंदाजा लगाया जा सकता है कि राजनीति में अभी भी हर उम्र के लोग दिलचस्पी दिखा रहे हैं. इस बीच जमुई जिले से खबर सामने आ रही है जहां, एलएलबी और बीबीए कर चुके सत्यम कुमार मुखिया चुने गए हैं.
इतना ही नहीं सत्यम ने अपना खुद का वाटर प्यूरीफायर कंपनी का स्टार्टअप छोड़ राजनीति में अपना किस्मत आजमाया. आखिरकार उसे सफलता मिली और वे गांव के मुखिया चुने गए. यह मामला जिले के अलीगंज प्रखंड के कोलहना पंचायत की है. बता दें कि, अब लोग जातिवाद और परिवारवाद से बाहर निकल रहे हैं और चुनाव में मैदान में उतरे पढ़े-लिखे प्रत्याशियों पर भी मतदाता खूब विश्वास दिखा रहे हैं. सत्यम कुमार ने गाजियाबाद के मेवाड़ इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट से एलएलबी और बीबीए. जिसके बाद उन्होंने खुद का स्टार्टअप शुरू किया.
लेकिन, उच्चस्तरीय पढ़ाई पूरी करने के बाद युवा उद्यमी को गांव के लोगों ने ही मुखिया का प्रत्याशी बनाया. अब वह चुनाव जीत चुके हैं. कहबर की माने तो, सत्यम के पिता भी मुखिया का चुनाव लड़ चुके हैं. लेकिन, उन्हें चुनावी मैदान में मुंह की खानी पड़ी थी. चुनावी रंजिश में ही सत्यम के पिता की हत्या भी कर दी गयी. जिसके बाद अब उनके बेटे ने जिम्मेदारी ले ली और वे गांव के मुखिया चुने गए हैं. इस जीत के बाद उनका कहना है कि, मेरी इच्छा है कि गांव और पंचायत के लोगों की सेवा करुं. इलाके में जो भी विकास का कार्य संभव होगा वह करुंगा.