आरजेडी के 6 नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.पुलिस मामले का स्पीडी ट्रायल करा कर दोषी नेताओं को जेल भेंज देने की तैयारी में जुट गई है.पुलिस ने एफआईआर में आरजेडी के 6 नेताओं को नामजद किया है.
सिटी पोस्ट लाईव : बिहार के गया में सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता को पुलिस जीप से उतारकर जबरन उसके साथ तस्वीर खिंचवाए जाने के मामले में गया जिला प्रशासन ने आरजेडी के 6 नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.पुलिस मामले का स्पीडी ट्रायल करा कर दोषी नेताओं को जेल भेंज देने की तैयारी में जुट गई है.पुलिस ने एफआईआर में आरजेडी के 6 नेताओं को नामजद किया है.बिहार के पूर्व मंत्री आलोक मेहता, विधायक सुरेन्द्र यादव, आरजेडी के जिलाध्यक्ष, प्रदेश और जिला की महिला विंग की अध्यक्ष समेत 6 लोगों को नामजद बनाए जाने की जानकारी देते हुए गया के एसपी राजीव मिश्र ने बताया कि वीडियो सामने आने के बाद मेडिकल थाना में एफआईआर दर्ज हुआ है.
पुलिस ने ये मामला रेप पीड़िता की पहचान जाहिर करने और जबरदस्ती फोटो खिंचवाने के मामले दर्ज किया है. इससे पहले गया के एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया था कि एएनएमसीएच में मेडिकल जांच के लिये गयी नाबालिग पीड़िता को पुलिस गाड़ी से जबरदस्ती नीचे उतार कर उसके साथ फोटो खिंचवाने के मामले में पुलिस कार्रवाई करेगी.इस मामले में आरजेडी की जांच टीम की अगुवाई करने वाले पूर्व मंत्री आलोक मेहता ने सफाई देते हुए कहा कि उनकी टीम ने पीड़िता का सम्मान करते हुए उससे और उसके पिता से सारी जानकारी ली है.
गौरतलब है कि सभी नेता गैंगरेप का शिकार हुई पीड़िता मां-बेटी से शुक्रवार को मिलने पहुंचे थे. इस दौरान ये लोग पीड़िता से बार-बार आपबीती बताने को कह रहे थे. कार्यकर्ताओं की भीड़ नीतीश सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रही थी.अपने को एक तमाशा बना दिए जाने से आहत पीड़िता ने भी अपना आपा खो दिया.वह नेताओं पर चीखने चिल्लाने लगी और अपने चेहरे के नकाब को उतार फेंका था.पुलिस सूत्रों के अनुसार आरजेडी नेताओं के खिलाफ दर्ज मामले का स्पीडी ट्रायल कर उन्हें जेल भेंजने की तैयारी शुरू हो गई है.लेकिन आरजेडी नेताओं का आरोप है कि सरकार विपक्ष को फंसाने की कोशिश के तहत पीडिता से मिलाने जानेवाले नेताओं के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज कर भय पैदा करने की कोशिश कर रही है.