सिटी पोस्ट लाइव: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज बांका जिले के बौंसी प्रखंड स्थित पौराणिक मंदार पर्वत पर नवनिर्मित आकाशीय रज्जु पथ का बटन दबाकर उद्घाटन किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने शिलापट्ट का भी अनावरण किया. मुख्यमंत्री ने आकाशीय रज्जु पथ से मंदार पर्वत के शीर्ष पर पहुंचकर जैन मंदिर में भगवान महावीर की पूजा-अर्चना कर बिहारवासियों के सुख, शांति एवं समृद्धि की कामना की. जैन मंदिर के दर्शन के पश्चात् मुख्यमंत्री ने मंदार पर्वत के आसपास बसे इलाकों के संबंध में अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली. इसके बाद मुख्यमंत्री ने मंदार पर्वत पर स्थित सीता कुंड का निरीक्षण किया.
पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह खुशी की बात है कि इस जगह पर रोपवे का निर्माण हुआ है. इसके उद्घाटन का आज मुझे अवसर मिला है. यह जगह ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व की है. इसका काफी पौराणिक महत्व है. इसको देखने का पहले भी मौका मिला था लेकिन आज पहली बार रोपवे के माध्यम से छपर जाकर इस देखने का मौका मिला है.ऊपर से सारा दृश्य आकर्षक है. मुझे व्यक्तिगत रूप से खुशी है कि रोपवे का निर्माण हो गया है. पहले लोगों को नीचे से ऊपर जाने में घंटे भर का समय लग जाता था लेकिन अब रोपवे के निर्माण के बाद लोग चंद मिनटों में ही यहां से वहां पहुंच सकेंगे.
इसके निर्माण से पर्यटकों को काफी सहूलियत होगी. रोपवे पहले सिर्फ राजगीर में था उसके बाद पैरलली हमलोगों ने कई जगह इसे शुरू करने का निर्णय लिया. मंदार पर्वत के बाद अभी 6 अन्य जगहों पर रोपवे शुरु करने का निर्णय है. एक-एक कर सबका निर्माण किया जाएगा ताकि पर्यटकों को ऊपर जाकर देखने का मौका मिले. मुख्यमंत्री ने कहा कि मंदार का यह पूरा इलाका शुरु से ही पर्यटक स्थल के रूप में प्रसिद्ध रहा है. इसकी बहुत ज्यादा प्रतिष्ठा रही है। रोपवे के बन जाने से पर्यटकों को सुविधा होगी और अधिक से अधिक लोग यहां आएंगे. इसके बनने में काफी वक्त लगा लेकिन अब यह बनकर तैयार हो गया है.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मंदार पर्वत के निकट स्थित पापहरणी नामक सरोवर के मध्य बने श्री श्री 108 लक्ष्मी नारायण मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रसाद ग्रहण करने के बाद मंदिर की परिक्रमा भी की. लक्ष्मी नारायण मंदिर प्रांगण का निरीक्षण करने के क्रम मुख्यमंत्री ने पापहरणी सरोवर में फाउंटेन लगाने, सरोवर के जल को स्वच्छ रखने, सरोवर में वोटिंग परिचालन, मंदार पर्वत पर पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था, गेस्ट हाउस का विस्तार, लक्ष्मी नारायण मंदिर परिसर एवं मंदार पर्वत प्रांगण के सौंदर्यांकरण, मंदार पर्वत के चारों ओर पर्यटकों को घूमने के लिए ट्रैक पथ सहित अधिकारियों को कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.
निरीक्षण के पश्चात् पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गेस्ट हाउस में भी बढ़िया इंतजाम किया गया है. ऊपर पहाड़ पर रोशनी के लिए बिजली के इंतजाम किये गये हैं. चारों तरफ घूमने के लिए सुंदर रास्ता बनाया जा रहा है ताकि यहां आने वाले पर्यटकों को सुविधा हो. यहां के वास्तविक स्वरुप के साथ बिना छेड़छाड़ किये पर्यटकों की सुविधा के लिए बेहतर इंतजाम किये जा रहे हैं. वर्ष 2005 से पहले की स्थिति को लेकर पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले यहां पहुंचना मुश्किल था लेकिन अब वैसी बात नहीं है. यहां आने-जाने के लिए रास्ता बनाया गया है. पर्यटकों की सुविधा के लिए कई इंतजाम किये गये हैं. उन्होंने कहा कि बांका में कई एतिहासिक चीजें सामने आयी हैं। इसको लेकर काम किया जा रहा है. यहां पर पहले से ज्यादा पर्यटक आयेंगे. इसको लेकर पर्यटन विभाग, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के साथ स्थानीय प्रशासन भी सक्रिय है. इस स्थल के विकास के साथ ही इसे मेनटेन रखने की व्यवस्था की गई है.