सिटी पोस्ट लाइव : सीवान कलेक्ट्रेट परिसर में उस वक्त अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया जब सूबे के पर्यटन मंत्री सह जिला के प्रभारी मंत्री नारायण प्रसाद समीक्षात्मक बैठक कर गाड़ी से निकल ही रहे थे कि एक युवक उनकी गाड़ी के सामने लेट गया। वह जोर-जोर से चिल्लाकर न्याय की गुहार लगा रहा था। वह कह रहा था कि न्याय के लिए पदाधिकारियों के समक्ष दौड़- दौड़कर थक गया है। लेकिन कोई उसकी नहीं सुनता। इसके बाद अपने गमछे से उसने अपना गला दबाना शुरू कर दिया। इससे अफरातफरी मच गई। मंत्री ने आश्वासन दिया कि उसे न्याय दिलाया जाएगा। इसके बाद वह आगे से हटा।
कलेक्ट्रेट में बैठक के बाद पर्यटन मंत्री सह जिला प्रभारी मंत्री नारायण प्रसाद, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, सदर विधायक अवध बिहारी चौधरी बाहर निकलकर गाड़ी में बैठ रहे थे। इसी दौरान दारौंदा प्रखंड की टड़वा पंचायत के हरपुर कोटवा निवासी केदार ठाकुर का पुत्र रत्नदेव ठाकुर वहां पहुंच गया। वह गाड़ी के सामने से हट नहीं रहा था। इसी दौरान अपना गला दबाने लगा। किसी तरह उसे शांत कराया गया।
हंगामे के बाद मामला यह सामने आया कि रत्नदेव ने पदाधिकारियों के यहां आवेदन देकर आरोप लगाया है कि 2003 के शिक्षक नियोजन के तहत साजिश के तहत उसकी जगह महिला का चयन कर लिया गया था। न्याय की मांग करने पर शिक्षिका का पति अक्सर उसके साथ मारपीट करता था। उसने पूर्व में भी डीएम सहित विभाग के विभिन्न पदाधिकारियों से इसकी जांच कराकर राजकीय प्राथमिक विद्यालय टड़वा में योगदान कराने की मांग की थी। लेकिन आज तक किसी ने उसके मामले का हल नहीं निकाला है। इसको लेकर वह दिन-प्रतिदिन अधिकारियों से न्याय की गुहार भी लगाता है। लेकिन कहीं उसकी फरियाद नहीं सुनी गई। तब उसने यह कदम उठाया।