सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के गोपालगंज में वायरल फीवर का कहर बढ़ता जा रहा है. जिले में वायरल फीवर (Viral Fever) से अब तक पांच बच्चों की मौत हो चुकी है. जिला प्रशासन ने सिर्फ एक बच्चे की एईएस (AES) से मौत की अधिकारिक पुष्टि की है. चार बच्चों की मौत की अब तक अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है. गोपालगंज सदर अस्पताल (Gopalganj Sadar Hospital) में पीकू वार्ड का निर्माण कराया गया है जहां पर 10 बेड लगाए गए हैं. इसमें दो बच्चे एईएस से गंभीर रूप से बीमार हैं. दोनों बच्चे थावे के बगही निजामत गांव के रहने वाले हैं.
गोपालगंज में वायरल फीवर से अब तक डेढ़ सौ से ज्यादा बच्चे बीमार हैं, जो अलग-अलग निजी अस्पतालों में भर्ती हैं. सदर अस्पताल में वर्तमान में सिर्फ दो बच्चे गंभीर रूप से बीमार हैं. उन्हें इलाज के लिए भर्ती कराया गया है, जबकि दो बच्चों को छुट्टी दे दी गयी है. अकेले बैकुंठपुर प्रखण्ड में 60 बच्चों का सैंपल पटना भेजा गया है, जबकि कुचायकोट, कटेया, पंचदेवरी, भोरे, विजयपुर सहित अन्य प्रखंडों में भी वायरल फीवर से बीमार बच्चों की संख्या लगातार बढ़ रही हैं. गोपालगंज के सांसद डॉ आलोक कुमार सुमन ने सदर अस्पताल के पीकू वार्ड का निरीक्षण किया और यहां पर बेहतर व्यवस्था को लेकर संतोष जाहिर की.
गौरतलब है कि पुरे बिहार में वायरल फीवर का आतंक कायम है.अबतक हजारों बच्चे इसकी चपेट में आ चुके हैं. दो दर्जन से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है.लेकिन सरकारी अस्पतालों में कोई ख़ास व्यवस्था नहीं दिख रही है.जिला अस्पतालों की बात छोडिये, पटना के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल PMCH का भी बुरा हाल है.बुखार से तपते बच्चों को लेकर भटक रहे हैं परिजन.उन्हें न तो एम्बुलेंस मिल पा रहा है और ना ही ट्राली.