सिटी पोस्ट लाइव : समस्तीपुर के पटोरी बाजार स्थित पंजाब नेशनल बैंक के सिरदिलपुर ब्रांच के तत्कालीन मैनेजर को पुलिस ने अरेस्ट किया है। ब्रांच मैनेजर पर एक सीएसपी संचालक के साथ मिलकर लगभग एक करोड़ रुपए गबन करने का आरोप है।
पटोरी बाजार स्थित पीएनबी की सिरदिलपुर शाखा के तत्कालीन ब्रांच मैनेजर मो. कासिम को पटोरी पुलिस ने विभूतिपुर पुलिस के सहयोग से मुस्तफापुर स्थित उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया है। थानाध्यक्ष मुकेश कुमार ने बताया कि यह मामला 15 जुलाई को प्रकाश में आया था। इसमें बैंक परिसर में अवैध तरीके से सीएसपी संचालक के भाई मिथिलेश कुमार को गिरफ्तार किया गया था।
आरोप था कि पीएनबी के सीएसपी का एक संचालक संतोष कुमार बैंक परिसर के अंदर काउंटर पर ग्राहकों के पैसे जमा-निकासी करता था। जब कोई ग्राहक बैंक के मूल काउंटर पर 20 हजार रुपए से कम राशि जमा करने जाता तो बैंक के ब्रांच मैनेजर और कर्मी उसे सीएसपी संचालक के काउंटर पर भेज देते थे और सीएसपी संचालक पैसे लेकर उसे जमा पर्ची दे देता था। लेकिन वह ग्राहक के पैसे को बैंक के खाते में जमा नहीं करता था।
इस बात का खुलासा तब हुआ जब पटोरी थाना क्षेत्र के धर्मपुर बांदे निवासी संदीप कुमार सौरभ ने अपनी बहन प्रतिभा के बैंक खाते में जमा किए गए 10 हजार रुपए बैंक के खाते में जमा नहीं होने पर इसकी शिकायत तत्कालीन ब्रांच मैनेजर मो. कासिम से की तो उन्होंने उसे भगा दिया।
15 जुलाई को संदीप ने इसकी शिकायत पटोरी थाने में की। उसी दिन थानाध्यक्ष मुकेश कुमार ने बैंक जाकर इन आरोपों की जांच की तो पाया कि बैंक परिसर में अवैध तरीके से सीएसपी का काउंटर चलाया जा रहा है। 16 जुलाई को एएसपी विजय कुमार, थानाध्यक्ष मुकेश कुमार ने बैंक परिसर में इस मामले की जांच की तो उस दिन भी सीएसपी संचालक का भाई मिथिलेश कुमार अवैध तरीके से सीएसपी का काउंटर बैंक परिसर में चला रहा था।
पुलिस ने तत्काल सीएसपी संचालक के भाई को बैंक परिसर के काउंटर से गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में दर्ज एफआईआर में सीएसपी संचालक संतोष कुमार, उसके भाई मिथिलेश कुमार के अलावा पीएनबी के ब्रांच मैनेजर मो. कासिम को आरोपित किया गया था। एफआईआर दर्ज होने के बाद से मो. कासिम फरार थे, जिन्हें मंगलवार रात पटोरी थाना के एएसआई सह मामले के अनुसंधानकर्ता विनय कुमार पासवान ने विभूतिपुर पुलिस की सहायता से गिरफ्तार कर लिया।
गबन का मामला उजागर होने के बाद बड़ी संख्या में लोगों ने अपने खाते को अपडेट कराया तो पाया कि उनके खाते में भी राशि जमा नहीं की गई है। ग्राहकों से पटोरी थाना को मिली शिकायतों के अनुसार इस मामले में लगभग एक करोड़ रुपए राशि का गबन किया गया है।